Meerut: भाई को बचाने के लिए आरोपित के सामने गिड़गिड़ाई थी बहन, डेढ़ लाख देकर भी नहीं बचा पाई जान

गाजियाबाद निवासी युवक को वेंटिलेटर की जरूरत थी। एक दलाल ने युवक की बहन से मेरठ में वेंटिलेटर वाले अस्पताल में भर्ती कराने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये ले लिए। बहन आरोपति के सामने बहुत गिड़गिड़ाई पर वेंटिलेटर नहीं मिलने से मौत हो गई।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Mon, 10 May 2021 02:24 PM (IST) Updated:Mon, 10 May 2021 02:24 PM (IST)
Meerut: भाई को बचाने के लिए आरोपित के सामने गिड़गिड़ाई थी बहन, डेढ़ लाख देकर भी नहीं बचा पाई जान
डेढ़ लाख आरोपित को देने के बाद भी बहन भाई की जान नहीं बचा पाई।

मेरठ, जेएनएन। गाजियाबाद निवासी युवक की कोरोना से हालत बिगड़ गई। युवक को वेंटिलेटर की जरूरत थी। एक दलाल ने युवक की बहन से मेरठ में वेंटिलेटर वाले अस्पताल में भर्ती कराने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये ले लिए। लालपुर के अस्पताल के जनरल वार्ड में संक्रमित को भर्ती कराया गया। वहां शनिवार रात युवक ने दम तोड़ दिया। आरोपित युवक फरार हो गया। पीड़िता ने एसएसपी से शिकायत कर कार्रवाई की गुहार लगाई है। युवक की बहन बबीता अरोपित के सामने वेंटिलेटर के लिए भी गिड़गिड़ाई थी।

गाजियाबाद के थाना दुहाई के गांव भिक्कनपुर निवासी बबीता पुत्री सत्यपाल ने बताया कि उसके भाई राहुल का कोरोना का उपचार हरियाणा के बल्लभगढ़ स्थित गौरव अस्पताल में चल रहा था। उसे वेंटिलेटर की जरूरत थी। बबीता ने मेरठ निवासी एक परिचित युवक से संपर्क किया। उस युवक ने एक अन्य युवक का नंबर दे दिया। इस युवक ने खुद के एनसीआर मेडिकल कालेज लालपुर में अच्छे पद पर होने का दावा किया।

आरोपित ने बबीता से डेढ़ लाख रुपये में वेंटिलेटर वाले अस्पताल में भर्ती कराने का दावा किया। आरोपित ने रोगी को सात मई की रात में एनसीआर कालेज के जनरल वार्ड में भर्ती करा दिया। वेंटिलेटर की जल्द व्यवस्था कराने को कहा। आठ मई की देर रात संक्रमित युवक की मौत हो गई। इसके बाद आरोपित युवक फरार हो गया। पीड़िता ने बहुत कठिनाई से भाई का अंतिम संस्कार किया। इसके बाद वह एसएसपी कार्यालय पहुंची और शिकायत की है।

एनसीआर मेडिकल कालेज लालपुर महानिदेशक डा. अश्वनी शर्मा ने कहा- सात मई की रात नौ बजे राहुल नाम के युवक को भर्ती कराया गया था। उसका पता कंकरखेड़ा का दिया गया। उसे शुरू में जनरल वार्ड में रखा फिर उसे आइसीयू में वेंटिलेटर पर रखा गया था। युवक के स्वजन को बुलाकर उसकी गंभीर हालात के बारे में जानकारी भी दी गई थी। कालेज में आरोपित के नाम का कोई व्यक्ति कार्यरत नहीं है। ऐसे व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।

भाई को बचाने को गिड़गिड़ाई थी बबीता

पीड़िता बबीता का कहना है कि जब वेंटिलेटर नहीं मिला तो उसने आरोपित से उसके जेवरात गिरवी रख भाई को बचाने की याचना की। आरोपित जल्द वेंटिलेटर की व्यवस्था का झूठा दिलासा देता रहा।

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