बुलंदशहर में शिवपाल का छलका दर्द, बोले- अखिलेश यादव ने नहीं सुनी थी मेरी बात?
गुलावठी के गांव मिठेपुर में आयोजित जनसभा में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव का 15 मिनट के भाषण में उनका दर्द झलकते हुए नजर आया। सपा से अलग होने को लेकर कहा कि उन्होंने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहा था कि...
बुलंदशहर, जेएनएन। गुलावठी के गांव मिठेपुर में आयोजित जनसभा में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल यादव का 15 मिनट के भाषण में उनका दर्द झलकते हुए नजर आया। सपा से अलग होने को लेकर कहा कि उन्होंने यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से कहा था कि भाजपा को हटाने के लिए हमको एकजुट होना होगा। लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।
भाजपा पर साधा निशाना
शिवपाल ने कहा कि इस समय देश ओर प्रदेश की हालत ठीक नहीं है। सबसे ज्यादा परेशान किसान, नौजवान और मुसलमान है। झूठे वायदे कर भाजपा सत्ता में आई, जिसने देश की जनता के हित में फैसले नहीं लिए। पीएम मोदी ने कहा था भाजपा की सरकार बनीं तो अच्छे दिन आएंगे और रामराज आएगा लेकिन न तो अच्छे दिन आए और न ही रामराज आया। हत्याएं हो रही है, महगाई बढ़ रही है, भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है।
पूंजीपतियों को होता है फायदा
सरकारी कार्यालयों में काम बिना रिश्वत के नहीं हो सकता। नोटबंदी की वजह से देश की अर्थव्यवस्था चौपट हुई। जिसका सीधा फायदा पार्टी के दो लोगों को हुआ। केंद्र सरकार ने कृषि कानून में जो तीन बिल पास किए है वह किसान विरोधी है। भाजपा सरकार में उद्योगपतियों और पूंजीपतियों के फायदे के लिए काम हो रहे है। कहा कि जब वह सिचाई मंत्री रहे तो ट्यूवेल और नहर कस पानी फ्री किया, लेकिन अब तो चार चार माह पानी नहीं आता। कहा कि अगर उनकी सरकार बनी तो किसान, नौजवान, छात्र, मुसलमान विरोधी कानून नहीं बनाएंगे।
लोगों से किया वादा
परिवार में एक बेटा और एक बेटी को नौकरी, गरीब किसान और मजदूर को सस्ती बिजली दिलाएंगे। किसान को फसल का लाभकारी मूल्य दिलाया जाएगा। उन्होंने मौजूद लोगों से सरकार बदलने का आह्वान किया। इस दौरान दर्जनों लोगों पार्टी में शामिल हुए जिनका पार्टी अध्यक्ष शिवपाल यादव ने स्वागत किया। पूर्व मंत्री जयप्रकाश यादव, ठाकुर रनवीर सिंह, प्रदेश प्रवक्ता संतवीर भाटी, जिलाध्यक्ष राजीव यादव, निधि गुर्जर, अकील अहमद, महेश यादव आदि लोग मौजूद रहे।