शामली : गन्ना सर्वेक्षण में आनलाइन भरना होगा घोषणा पत्र, कोरोना काल में किए गए बदलाव

कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुछ बदलाव किए गए है। किसानों को घोषणा पत्र आनलाइन ही भरना होगा। गन्ना विभाग की ओर से किसानों को विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते इस पेराई सत्र में कागज की पर्ची की व्यवस्था समाप्त रही।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Thu, 13 May 2021 07:36 PM (IST) Updated:Thu, 13 May 2021 07:36 PM (IST)
शामली : गन्ना सर्वेक्षण में आनलाइन भरना होगा घोषणा पत्र, कोरोना काल में किए गए बदलाव
गन्ना सर्वेक्षण के लिए शासन से नीति जारी हो गई है।

शामली, जेएनएन। गन्ना सर्वेक्षण के लिए शासन से नीति जारी हो गई है। कोरोना संक्रमण को देखते हुए कुछ बदलाव किए गए है। किसानों को घोषणा पत्र आनलाइन ही भरना होगा। गन्ना विभाग की ओर से किसानों को विभिन्न माध्यमों से जागरूक किया जा रहा है। कोरोना संक्रमण के चलते इस पेराई सत्र में कागज की पर्ची की व्यवस्था समाप्त रही। किसानों को पर्ची का एसएमएस ही भेजा गया।

थानाभवन और ऊन चीनी मिल में पेराई सत्र संपन्न हो गया है और ऐसे में आगामी सत्र के लिए गन्ने की फसल के क्षेत्रफल का सर्वे शुरू किया गया है। शामली चीनी मिल अभी चालू है। जिला गन्ना अधिकारी विजय बहादुर सिंह ने बताया कि ईएनक्यूयूआइआरवाई डाट सीएएनईयूपी डाट इन के माध्यम से घोषणा पत्र आनलाइन भरा जाएगा।

आधार कार्ड, गन्ना क्षेत्रफल गाटा संख्यावार, राजस्व खतौनी की कंप्यूटर प्रति अपलोड करनी होगी।अगर आधार कार्ड किसी कारण से नहीं है तो ड्राइङ्क्षवग लाइसेंस, मतदाता पहचान पत्र, बैंक पासबुक की स्व:प्रमाणित प्रति अपलोड की जा सकती है। घोषणा पत्र को लेकर गंभीरता बरतें। क्योंकि जिन किसानों के घोषणा पत्र में आवश्यक अभिलेख अपलोड नहीं होंगे,उनका सट्टा संचालित नहीं होगी।

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