खेलते हुए नाले में गिरी सात माह की मासूम, मौत

खेलते हुए नाले में गिरने से सात माह की मासूम की मौत हो गई। करीब 10 मिनट बाद जब स्वजन ने तलाश किया तो शव नाले में मिला। आसपास के लोगों ने हंगामा कर दिया। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। आरोप लगाया कि नाला बंद करने के लिए निगम के अफसरों से कई बार गुहार लगाई जा चुकी है।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 04:24 AM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 04:24 AM (IST)
खेलते हुए नाले में गिरी सात माह की मासूम, मौत
खेलते हुए नाले में गिरी सात माह की मासूम, मौत

मेरठ, जेएनएन। खेलते हुए नाले में गिरने से सात माह की मासूम की मौत हो गई। करीब 10 मिनट बाद जब स्वजन ने तलाश किया तो शव नाले में मिला। आसपास के लोगों ने हंगामा कर दिया। सूचना पर पुलिस भी पहुंच गई। आरोप लगाया कि नाला बंद करने के लिए निगम के अफसरों से कई बार गुहार लगाई जा चुकी है। सोमवार सुबह निगम का घेराव करने की चेतावनी दी।

लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के श्याम नगर निवासी फाजिल पत्नी शीबा और सात माह की बेटी के साथ तारापुरी लिसाड़ी रोड पर किराये के मकान में रहता है। रविवार रात शीबा खाना बना रही थी, जबकि बेटी वाकर में खेल रही थी। इसी बीच वह घर से बाहर निकल गई और नाले में गिर गई। करीब 10 मिनट बाद जब मां को बेटी नहीं दिखाई दी, तो वह बाहर तलाश करने पहुंची। वाकर नाले में दिखाई देने पर उसकी चीख निकल गई। आसपास के लोग एकत्र हो गए और बच्ची को तलाश किया। शव मिलने से कोहराम मच गया। लोगों ने हंगामा करते हुए नारेबाजी की। पार्षद, पूर्व पार्षद आदि ने आरोप लगाया कि कई बार नाले को बंद करने के लिए कहा जा चुका है, लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने सोमवार सुबह नगर निगम पहुंचकर अफसरों का घेराव करने की चेतावनी दी। बताया कि एक साल पहले भी इसी नाले में एक बच्चे की गिरने से मौत हो गई थी। लगातार क्षेत्र के नाले बच्चों की जान ले रहे हैं, लेकिन किसी का ध्यान इस ओर नहीं है। सीओ अरविद चौरसिया ने बताया कि मजिस्ट्रेट से बात कर बच्ची के स्वजन को शासन की ओर से चार लाख रुपये का मुआवजा दिलाया जाएगा। साथ ही निगम के अफसरों से पत्राचार कर नाले बंद कराने के लिए भी कहा जाएगा।

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