पेड़ों का अवैध कटान करते उत्तराखंड निवासी सात तस्कर गिरफ्तार, कौड़िया वन रेंज बिजनौर का मामला
डिप्टी रेंजर मनीष कुमार के नेतृत्व में टीम रात को गश्त पर थी। बिजनौर वन प्रभाग नजीबाबाद की कौडिय़ा वन रेंज की जाफराबाद चौकी से करीब एक किमी. दूर जंगल में रात एक बजे आरा चलने की आवाज सुनकर टीम ने घेराबंदी की।
बिजनौर, जागरण संवाददाता। खैर के पेड़ों का अवैध कटान करते उत्तराखंड निवासी सात लोगों को वन विभाग की टीम ने चीतल के तीन सींग, तीन आरे, चार मोबाइल समेत गिरफ्तार किया। तस्करों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।
गश्त के दौरान पकड़े गए आरोपित
डिप्टी रेंजर मनीष कुमार, वन दारोगा प्रदीप कुमार, अखिलेश कुमार के नेतृत्व में टीम बुधवार रात गश्त पर थी। बिजनौर वन प्रभाग नजीबाबाद की कौडिय़ा वन रेंज की जाफराबाद चौकी से करीब एक किमी. दूर जंगल में रात एक बजे आरा चलने की आवाज सुनकर टीम ने घेराबंदी की। खैर के दो पेड़ कटे मिले। पकड़े गए लोग उत्तराखंड के जिला नैनीताल के थाना रामनगर के गांव मालधन के रहने वाले हैं। पप्पू पुत्र सुरजन, सुन्नू पुत्र कश्मीर, भगवान सिंह पुत्र अमर सिंह, गुरदेव पुत्र निरंजन, गुरदास पुत्र पप्पू, बलविंदर पुत्र पप्पू, बिंदर पुत्र राजू के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत वन्य जीवों के आवास नष्ट करने, वन्यजीव अवशेषों की तस्करी, खरीद-फरोख्त एवं वन संपदा के अवैध कटान के लिए इंडियन फोरेस्ट एक्ट की धारा 26ई के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
कई क्षेत्रों में अवैध कटान करना किया स्वीकार
डीएफओ डा. मनोज शुक्ला एवं एसडीओ राजीव कुमार ने बताया कि पकड़े गए लोगों ने नजीबाबाद, बिजनौर, हस्तिनापुर, मेरठ, हरिद्वार आदि के जंगलों में पेड़ कटान, वन्यजीवों के शिकार एवं तस्करी का अपराध स्वीकारा है। टीम में फोरेस्ट गार्ड इरफान, विकास, हरमेंद्र, मोनू, चौकीदार सुंदरमणि भी शामिल रहे।