UP के मेरठ में बन रही Sport University को सात सौ करोड़ की मंजूरी, बढ़ेगा खेल उद्योग और खिलाड़ी भी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से मेरठ में खेल विश्‍वविद्यालय बनाए जाने की ओपन घोषणा के एक दिन बाद ही प्रदेश सरकार की ओर से कैबिनेट में खेल विवि के लिए सात सौ करोड़ रुपये मंजूरी मिल गई है। इससे मेरठ में खेल उद्योग व खिलाड़ि‍यों में बढ़ोत्‍तरी होगी।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Tue, 26 Jan 2021 06:30 AM (IST) Updated:Tue, 26 Jan 2021 06:30 AM (IST)
UP के मेरठ में बन रही Sport University को सात सौ करोड़ की मंजूरी, बढ़ेगा खेल उद्योग और खिलाड़ी भी
यूपी का पहला खेल विश्‍वविद्यालय मेरठ में बन रहा है।

[अमित तिवारी] मेरठ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की ओर से मेरठ में खेल विश्‍वविद्यालय बनाए जाने की ओपन घोषणा के एक दिन बाद ही प्रदेश सरकार की ओर से कैबिनेट में खेल विवि के लिए सात सौ करोड़ रुपये मंजूरी मिल गई है। प्रदेश के पहले और अति आधुनिक बनने जा रहे इस खेल विवि में शोध होने के साथ ही कालेजों को मान्यता व संबद्धता भी प्रदान की जाएगी। इससे जहां खेल पर शोध बढ़ेंगे वहीं कालेजों में खेल गतिविधियां बढ़ाने के साथ ही इंडस्ट्री बेस्ड ट्रेनिंग कराना भी आसान होगा। इसका सीधा लाभ शिक्षार्थियों को ही मिलेगा। केबिनेट में मिली मंजूरी और बजट स्‍वीकृति के बाद खेल जगत में खुशी का माहौल है। खेल उद्योग, खिलाड़ी वर्तमान व पूर्व, खेल संघों सहित हर कोई बस खेल विवि का जल्द से जल्द शिलान्यास होना देखने को आतुर है।

हर खेल बढ़ेगा, खिलाड़ी उभरेंगे

प्रदेश के तमाम जिलों में मेरठ को एथलेटिक्स की नर्सरी मानी जाती है। एथलेटिक्स की प्रतियोगिताओं में मेरठ में सबसे ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं। इसके अलावचा शूटिंग, कुश्ती, कबड्डी, बाक्सिंग, तीरंदाजी, क्रिकेट, वुशू, जिमनास्टिक सहित तमाम खेलों में पश्चिमी क्षेत्र के खिलाड़ी बेहतरीन प्रदर्शन कर रहे हैं। खेल विवि बनने से यहां खेल विज्ञान का भी माहौल बनेगा। खिला‍ड़ियों के प्रदर्शन को लेकर शोध हो सकेंगे और उनके परिणाम को खिलाड़ियों पर आजमा कर बेहतरीन रिजल्ट भी हासिल करना आसान होगा।

रंग लाई मुहिम अब शिलान्यास का इंतजार

खेल विवि को लेकर मेरठ और मुजफ्फरनगर में विभिन्न स्तर पर मुहिम चलाए जाने का लाभ यह मिला कि दोनों जिलों को इसका हिस्सेदार बनाया जरा रहा है। खेल विवि के लिए सरधना क्षेत्र के सलावा में जमीन चिन्हित की गई है। यह सथान मेरठ जिले में पड़ता है और मुजफ्फरनगर संसदीय क्षेत्र पड़ता है। मेरठ में खेल विवि बनाए जाने को लेकर जिला एथलेटिक संघ की ओर से चलाए गए अभियान का काफी असर हुआ जिसे मेरठ के खेल उद्योग, खिलाड़ी, पुरातन खिलाड़ी और आम शहर के लोगों ने अपने-अपने स्तर से आगे बढ़ाया और खेल विवि को लेकर मेरठ की दावेदारी को मजबूती से सामने रखा।

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जानिए इन्‍होंने क्‍या कहा

-मेरठ में खेल विवि बनने से यहां रोजगार बढ़ेगा। इंडस्ट्री का खेल विवि में हस्तक्षेप रहेगा। यहां टेस्टिंग सेंटर, फिटनेस सेंटर आदि बनेंगे। अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताएं आयोजित हो सकेंगी जिससे स्पोट्र्स के साथ अन्य इंडस्ट्री भी बढ़ेगी। एथलेटिक्स के अलावा भी हर खिलाड़ी को इसका लाभ मिलेगा।

-आशुतोष भल्ला, निदेशक, भल्ला इंटरनेशनल

-खेल विवि की लंबी मांग पूरी होने से स्थानीय खिलाड़ी, उद्योग व क्षेत्र को इसका भरपूर लाभ मिलेगा। उपकरणों की टेङ्क्षस्टग के लिए बाहर से विशेषज्ञ नहीं बुलाने पड़ेंगे। शोध होंगे तो नए डिमांड आएंगे और उसकी आपूर्ति के लिए इंडस्ट्री भी तैयार होगी।

-अंबर आनंद, निदेशक, नेल्को

-यह बहुत अच्छी खबर है। देर सही पर दुरुस्त खबर के साथ नई शुरुआत होने जा रही है। खेल विवि बनने से खिलाड़यिों को एकेडमिक क्षेत्र में भी आगे बढऩे का मौका मिलेगा।

-अलका तोमर, अर्जुन अवार्डी अंतरराष्ट्रीय पहलवान

-अंतरराष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं मेरठ में भी होनी चाहिए। दिल्ली के निकट होने से मेरठ खेल सुविधाओं में जितना आगे बढ़ेगा उतना ही यहां के खेल उद्योग और खेल व खिलाड़यिों को लाभ मिलेगा। राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिताएं होंगी जिसका सीधा लाभ शहर को ही मिलता है।

-मनु अत्री, अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी

-मेरठ में खेल विवि होने से खिलाड़यिों को एकेडमिक मदद मिलेगी। मेरठ में शूटिंग रेंज भी बनने जा रहा है जिसका लाभ यहां के हर शूटर को मिलेगा और बाहर नहीं जाना पड़ेगा। इसी तरह खेल विवि होने से दूसरे प्रदेश में जाकर खेल के क्षेत्र में एकेडमिक उपलब्धि लेने की बजाय मेरठ में ही सुविधा मिलेगी।

-सौरभ चौधरी, अर्जुन अवार्डी अंतरराष्ट्रीय शूटर

-मेरठ में बिना खेल सुविधाओं के ही खिलाड़यिों ने दुनिया भर में परचम लहराया है। अब खेल विवि सहित और भी खेल सुविधाएं बढ़ेंगी। इसी के साथ खेल बढ़ेगा और खेलों में पदकों की संख्या भी बढ़ेगी। आशा हे कि अगली पीढ़ी के खिलाड़ी इसका पूरा लाभ उठाएंगे।

-कुलदीप कुमार अहलावत, लक्ष्मण अवार्डी पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी

-अंतरराष्ट्रीय फलक पर पदकों की चमक बढ़ाने के लिए खिलाड़ी के आस-पास कम से कम राष्ट्रीय स्तर की खेल सुविधाओं का होना बेहद जरूरी है। अब खेल विवि मेरठ में बनने के बाद खेल संगठनों की सक्रियता बढ़ेगी। अच्छे खेल आयोजन होंगे। खेल प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी और अच्छे खिलाड़ी निकलेंगे।

-अन्नू रानी, अंतरराष्ट्रीय एथलीट

-आज हमारी मुहिम की सफलता पर मुहर लग गया है। इस साल प्रदेश स्तर पर अकेले एथलेटिक्स में मेरठ के खिलाड़यिों ने 35 पदक जीते हैं। अगर यहां सुविधाएं बढ़ जाएं तो वह दिन दूर नहीं जब मेरठ के खिलाड़ी पूरे देश और दुनिया में भी जीत का डंका बजाकर लौटेंगे। वह उपलब्धि जिले के हर नागरिक, हर खिलाड़ी और हर उस व्यक्ति की है जो खेल से जरा भी प्रेम करता और भविष्य में अपने बच्चों को बेहतरीन खिलाड़ी बनते हुए देखना चाहता है।

-अनु कुमार, सचिव, जिला एथलेटिक संघ, मेरठ

-लंबे अर्से से इस खबर का इंतजार था। इस खबर ने तन मन में और ऊर्जा भर दी है। खेल विवि से अच्छे खिलाड़ी ही नहीं अच्छे कोच व विशेषज्ञ भी तैयार होंगे जिसकी हमें सबसे ज्यादा जरूरत भी है। पश्चिमी उत्तर प्रदेश की माटी में ही दुगना जोश है जिसे खेल के मैदान पर निकलवाने के लिए सुविधाओं का होना आवश्यक है।

-डा. जबर सिंह सोम, सचिव, जिला कुश्ती संघ, मेरठ

-खेल विवि मेरठ में बनने और कालेजों को मान्यता मिलने से स्कूलों और कालेजों में खेल को प्रमुखता मिलेगी और खेल गतिपविधियों का बढ़ावा मिलेगा। शिक्षण संस्थान भी खेलों को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करेंगे।

-अनुज शर्मा, सचिव, जिला तीरंदाजी संघ, मेरठ 

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