मानसून का बदला मिजाज, भादो के बाद भी लगी है बारिश की झड़ी
11 वर्षो में सितंबर में इस बार सर्वाधिक बारिश देखने को मिल रही है। सितंबर के अंत तक इसके जारी रहने की संभावना है।
मेरठ,जेएनएन। जनपद में बारिश का ट्रेंड बदल रहा है। पिछले वर्ष को छोड़ दें तो पिछले चार-पांच सालों में सितंबर में अच्छी बारिश देखने को मिल रही है। इस बार तो सितंबर के मानसून सीजन के सर्वाधिक बारिश वाला महीना बनने की पूरी संभावना बन रही है। 25 सितंबर तक 284 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। जुलाई में 298 मिलीमीटर बारिश हुई थी। मौसम विभाग के अनुसार 26 और 27 सितंबर को भी मानसूनी बारिश देखने को मिलेगी।
सितंबर में 11 वर्षो की बारिश पर नजर डालें तो छह साल बारिश का आंकड़ा दहाई के अंक पर सिमटा रहा है। दो बार 200 मिलीमीटर से अधिक और दो बार 100 मिलीमीटर से अधिक बारिश हुई है। इससे पहले 2018 में सर्वाधिक 265 मिलीमीटर बारिश हुई थी। 15 सितंबर के बाद अमूमन कभी भी मानसून विदा हो जाता है। इस बार लगातार अच्छी बारिश के अंतराल आते जा रहे हैं। जिन माह में अच्छी बारिश होती थी उनमें अब कम होने का ट्रेंड देखा जा रहा है। अगस्त में इस बार 20 प्रतिशत कम बारिश हुई है। वर्तमान में भी बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। मौसम विभाग के अनुसार सितंबर के अंत तक मानसून की गतिविधियां जारी रहेंगी।
कृषि पर प्रभाव
सितंबर में बारिश होने से पश्चिम उत्तर प्रदेश में धान और सब्जियों की फसल प्रभावित हो रही है। सरदार पटेल कृषि विवि के प्रोफेसर आरएस सेंगर ने बताया कि अधिक बारिश से कई स्थानों पर धान की अगेती फसल गिरने की सूचना है। वहीं, सामान्य रूप से बोई जाने वाली फसल इस समय फ्लावरिग रिग स्टेज में है जिसमें भी बारिश से नुकसान होगा। आलू की बुवाई में भी विलंब होगा।
गत वर्षो में सितंबर में हुई बारिश
वर्ष बारिश मिलीमीटर में
2021 अब तक 284.0
2020 0.0
2019 116.1
2018 265.0
2017 212.2
2018 57.6
2017 27.6
2016 101.2
2015 50.5
2014 95.1
2013 39.3
इस बार मानसून सीजन में बारिश
माह बारिश हुई सामान्य बारिश
जून - 143.0 59.1
जुलाई - 298.9 209.1
अगस्त - 164.0 202.8
सितंबर - 284.0 136.1