बुलंदशहर में सनसनीखेज वारदात, पांचवीं की छात्र की हत्या कर घर के आंगन में दफनाया शव, दुष्कर्म की आशंका
उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में एक सनसनी खेज वारदात सामने आई है। जहां एक पांचवीं की छात्रा की हत्या कर शव को घर के आंगन में ही दफना दिया। पुलिस ने इस मामले की छानबीन करते हुए शव को बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। छह दिन से गायब मूक बधिर छात्र का शव मंगलवार दोपहर गांव के बाहर एक घेर में मिट्टी में दबा मिला। स्वजन ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए हंगामा शुरू कर दिया। एसडीएम व सीओ करीब छह थानों की फोर्स लेकर पहुंच गए। कुछ देर बाद जिलाधिकारी व एसएसपी भी पहुंच गए। इन्होंने ग्रामीणों को समझाकर शांत किया। इसी दौरान आरोपित फरार हो गया। स्वजन दुष्कर्म के बाद हत्या की आशंका जता रहे हैं।
थाना क्षेत्र के एक गांव की रहने वाले 12 साल की मूकबधिर बालिका प्राथमिक विद्यालय में कक्षा पांच में पढ़ती थी। छात्र के पिता के अनुसार 26 फरवरी को उसकी पत्नी बेटियों के साथ काम करने के लिए जंगल गई थी। शाम चार बजे नाश्ता करने के बाद मूकबधिर बालिका पानी की तलाश में निकली जो फिर लौटी नहीं। स्वजन ने उसी रात थाने में अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करा दी। मंगलवार को पुलिस व ग्रामीण जंगल में उस जगह पहुंचे, जहां किशोरी को अंतिम बार देखा गया था। पुलिस टीम गांव के बाहर बने हरेंद्र के घेर में पहुंची। पुलिस तलाश कर ही रही थी कि एक जगह मिट्टी में दबी किशोरी के कपड़े की कतरन दिखाई पड़ी। उसी जगह हाथ भी उभरा हुआ दिखा। इसके बाद पुलिस ने गड्ढा खोदा तो अंदर से किशोरी का शव निकला। स्वजन ने पुलिस के खिलाफ हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। आरोपित हरेंद्र के पिता को हिरासत में ले लिया है।
मूकबधिर होने के बावजूद बंटाती थी मां का हाथ : किशोरी के पड़ोसियों का कहना है, तीन बहन और तीन भाइयों में किशोरी पांचवें नंबर की थी। मूकबधिर होने के बाद भी सरकारी स्कूल में कक्षा पांच की छात्र थी। लाकडाउन के चलते स्कूल बंद हो जाने के कारण वह घर पर और खेत पर स्वजन का हाथ बंटाती थी।
पानी की तलाश में निकली थी किशोरी: 26 फरवरी को किशोरी ने मां और बहन के साथ खेत पर ही भोजन किया था। प्यास लगने पर जंगल में बने मकान के अंदर नल पर पानी पीने की बात बोलकर निकली थी, लेकिन इसके बाद वह नहीं लौटी। उसकी बहन और मां ने काफी तलाश किया, लेकिन पता न लगने पर घर लौट गईं। 26 को थाने गए लेकिन सुनवाई नहीं हुई। 28 फरवरी को अपहरण की रिपोर्ट दर्ज की गई।