मेरठ में घर के भीतर दंपती का शव मिलने से सनसनी, पुलिस कर रही इन बिंदुओं पर जांच
मेरठ में पल्लवपुरम क्षेत्र के गांव दुल्हेड़ा में शुक्रवार की सुबह एक दंपती का शव बंद कमरे से बरामद हुआ। पति का शव पंखे में फंदे पर लटका हुआ थापत्नी का शव लहूलुहान हालत में फर्श पर पड़ा था। पुलिस कई बिंदुओं पर जांच करने में जुट गई है।
मेरठ, जेएनएन। मेरठ जिले के पल्लवपुरम क्षेत्र के गांव दुल्हेड़ा में शुक्रवार को दिन निकलते ही एक सनसनी घटना हो गई। दंपती का शव बंद कमरे से बरामद हुआ। पति का शव पंखे में फंदे पर लटका हुआ था, जबकि पत्नी का शव लहूलुहान हालत में फर्श पर पड़ा था। ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। सूचना पर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर शवो को बाहर निकाला। जिसके बाद फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल का बारीकी से मुआयना किया। पुलिस ने दोनों शवों को मोर्चरी पहुंचा दिया। वहीं घटनास्थल को देखने के बाद पुलिस ने कई बिंदुओं पर अपनी जांच शुरू कर दी है।
घेर में किराए पर रह रहे थे
मवाना थाना क्षेत्र में गांव खाई खेड़ा निवासी करीब 50 वर्षीय सुरेश पाल पुत्र देशा अपनी पत्नी शालू के साथ पिछले दो माह से दुल्हेड़ा गांव निवासी गोपीचंद चौहान के घेर में किराए पर रह रहा था। सुरेश पाल टेंपो चालक था। बताया जाता है कि सुरेश पाल की दो बेटी है जिनमें से बड़ी बेटी शादीशुदा है, जबकि छोटी बेटी अपने फूफा अमरपाल निवासी अन्दावली लावड़ रोड पर रहती है। दुल्हेड़ा में दंपति अकेले ही रह रहे थे।
ग्रामीणों को घटना का ऐसे चला पता
ग्रामीणों के मुताबिक, गुरुवार रात दंपति खाना खाकर अपने कमरे में सो गए। सुबह जब दरवाजे का कमरा नहीं खुला तो गोपीचंद के परिजनों ने आवाज दी। कुछ ग्रामीण भी जमा हो गए। खिड़की से देखा तो सुरेश पाल का शव पंखे में फंदे पर लटका हुआ था। जबकि शालू कश्यप खून से लथपथ फर्श पर पड़ा था। उसके कपड़े भी अस्त-व्यस्त थे। शोर-शराबे के बीच ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। गांव प्रधान बबलू चौहान भी मौके पर पहुंचे। कंट्रोल रूम को सूचना दी गई। जिसके बाद पल्लवपुरम एसओ दिग्विजय सिंह और शाही फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची।
पुलिस भी जांच में जुटी
महिला पुलिस के साथ थाना पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। अंदर फर्श पर जगह-जगह खून बिखरा पड़ा था। देखने से प्रतीत हो रहा था कि लोहे के किसी भारी वस्तु से शालू पर प्रहार किया गया है। हालांकि कमरे के अंदर और बाहर भी कोई ऐसी लोहे की वस्तु नहीं मिली। एसओ दिग्विजय नाथ शाही का कहना है कि अभी तक की जानकारी में आया है कि पारिवारिक झगड़े के कारण घटना हुई है। क्राइम सीन को देख कर लग रहा है कि सुरेश ने पहले पत्नी शालू को मौत के घाट उतारा, उसके बाद वह खुद फांसी पर लटका है। कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था, जिसे तोड़ने के बाद शव को निकाला गया है। बारीकी से जांच की जा रही है। वहीं ग्रामीण और सूचना पर पहुंचे मृतक के परिजनों से भी बातचीत की जा रही।
कई बिंदुओं पर पुलिस ने की जांच शुरू
घटनास्थल को देखने के बाद पुलिस ने कई बिंदुओं पर अपनी जांच शुरू की है। जिसमें पारिवारिक झगड़ा, आर्थिक रूप से पारिवारिक झगड़ा, पति-पत्नी के बीच एक दूसरे को पसंद ना करना, अवैध संबंध और डबल मर्डर जैसे संगीन मामले को भी जोड़ कर पुलिस आगे बढ़ रही है। दरवाजा अंदर से बंद था फिर बाहर खड़े टेंपो पर खून के कैसे लगे निशान अंदर से बंद कमरे में दंपत्ति के शव बरामद हुए कमरे का दरवाजा अंदर से बंद था। फर्श पर शालू का सब लहूलुहान पड़ा था। जबकि सुरेश पाल का शव फांसी के फंदे पर लटका हुआ था। इन सबके बीच बाहर खड़े टैंपो पर भी खून के निशान मिले हैं। पुलिस इस गुत्थी को सुलझाने में जुटी है कि अगर सुरेश पाल ने कमरे का दरवाजा अंदर से बंद कर पहले अपनी पत्नी की हत्या की और फिर खुद को फांसी के फंदे पर लटकाया है, फिर बाहर खड़े टैंपू पर खून के निशान कैसे लगे हैं। जबकि शवों को दरवाजा तोड़कर अंदर से निकाला है।