मेरठ के प्रवर अधीक्षक डाकघर उग्रसेन का कोरोना से निधन, बरेली में ली अंतिम सांस

मेरठ मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर उग्रसेन की मृत्यु हो गई। वह अभी केवल 52 वर्ष के थे। 7 दिसंबर को मेरठ मंडल का संभाला था चार्ज। मेरठ से रेफर होने के बाद बरेली में दम तोड़ा ।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Fri, 07 May 2021 01:59 PM (IST) Updated:Fri, 07 May 2021 01:59 PM (IST)
मेरठ के प्रवर अधीक्षक डाकघर उग्रसेन का कोरोना से निधन, बरेली में ली अंतिम सांस
मेरठ के प्रवर अधीक्षक डाकघर उग्रसेन का कोरोना से निधन।

मेरठ, जेएनएन। शुक्रवार का दिन डाक विभाग के लिए बुरी खबर लेकर आया। मेरठ मंडल के प्रवर अधीक्षक डाकघर उग्रसेन की मृत्यु हो गई। वह अभी केवल 52 वर्ष के थे। फिलहाल, उनका उपचार मूल निवास बरेली में चल रहा था। इससे पहले वह गंगानगर स्थित आइआइएमटी लाइफलाइन अस्पताल में भर्ती थे। लगभग आठ दिन पहले उन्हें यहां से बरेली रेफर किया गया था। कोरोना संक्रमण के चलते प्रवर अधीक्षक के फेफड़ों बुरी तरह प्रभावित थे। उनके निधन के बाद मेरठ मंडल का पदभार मुरादाबाद के प्रवर अधीक्षक वीर सिंह को अतिरिक्त जिम्मेदारी के तौर पर सौंपा गया है। उग्रसेन की मृत्यु पर बरेली रीजन के पोस्टमास्टर जनरल संजय सिंह ने दुख जताते हुए इसे विभागीय क्षति बताई है।

आधार कार्ड की व्यवस्था में किया था सुधार

बरेली के मूल निवासी उग्रसेन मेरठ से पहले झांसी व मुरादाबाद मंडल के प्रवर अधीक्षक रहे। पिछले साल सात दिसंबर को उन्हें मेरठ मंडल की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। मेरठ की कमान संभालते ही उन्होंने आधार कार्ड व्यवस्था में काफी सुधार किया। खराब पड़ी मशीनें, टोकन व्यवस्था, प्रतिदिन बनने वाले आधार कार्ड की संख्या में वृद्धि आदि को लेकर उन्होंने डाक कर्मचारियों को विशेष दिशा-निर्देश दिए। इसके अलावा जीपीओ कंपाउंड मेरठ कैंट स्थित प्रधान डाकघर भवन का रिनोवेशन व किराये पर चले डाक शाखाओं के भवनों पर काफी काम किया। वित्तीय वर्ष 2019-20 में झांसी में शानदार कार्य के लिए उन्हें लखनऊ में डाक विभाग के महानिदेशक विनीत पांडेय व चीफ पोस्टमास्टर जनरल कौशलेंद्र सिन्हा ने उन्हें डाक सेवा अवार्ड से पुरस्कृत किया था।

सीनियर पोस्टमास्टर भी संक्रमित, डाकघर में खौफ

शहर घंटाघर स्थित प्रधान डाकघर के सीनियर पोस्टमास्टर एमपी भारद्वाज भी कोरोना संक्रमण से जूझ रहे हैं। इससे पहले 24 अप्रैल को कैंट प्रधान डाकघर के डाक सहायक अंकुर की कोरोना संक्रमण के चलते मृत्यु हो गई थी। पहले डाक सहायक व अब मंडल के सबसे बड़े अधिकारी की मृत्यु से डाकघर कर्मचारी भयभीत हैं। शहर घंटाघर स्थित प्रधान डाकघर का कार्यभार संभाल रहे डिप्टी पोस्टमास्टर रतन सिंह ने बताया कि इन विषम परिस्थितियों में डाक सेवाएं जारी रखना बेहद चुनौतीपूर्ण कार्य हो चला है। डाक कर्मचारी खौफ में हैं।  

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