सीसीएसयू में अमृत महोत्सव पर संगोष्ठी, वक्‍ता बोले- मेरठ के इतिहास से नई पीढ़ी को परिचित कराएं

मेरठ के इतिहास के अनछुए तथ्यों को सामने लाने नई पीढ़ी को उससे जोड़ने और इतिहास को रोजगारपरक बनाने पर जोर दिया गया। वक्ताओं ने 1803 में मराठा और अंग्रेजों के बीच हुई लड़ाई का क्षेत्र मेरठ को बताया।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Thu, 26 Aug 2021 09:59 AM (IST) Updated:Thu, 26 Aug 2021 09:59 AM (IST)
सीसीएसयू में अमृत महोत्सव पर संगोष्ठी, वक्‍ता बोले- मेरठ के इतिहास से नई पीढ़ी को परिचित कराएं
सीसीएसयू में अमृत महोत्सव पर संगोष्ठी में बोलते वक्‍ता।

जागरण संवाददाता, मेरठ। चौ. चरण सिंह विवि के इतिहास विभाग और इंडियन नेशनल ट्रस्ट फार आर्ट एंड कल्चरल हेरिटज (इंटेक) की ओर से इतिहास विभाग के सभागार में आजादी का अमृत महोत्सव संगोष्ठी हुई। इसमें मेरठ के इतिहास के अनछुए तथ्यों को सामने लाने, नई पीढ़ी को उससे जोड़ने और इतिहास को रोजगारपरक बनाने पर जोर दिया गया। वक्ताओं ने 1803 में मराठा और अंग्रेजों के बीच हुई लड़ाई का क्षेत्र मेरठ को बताया।

संगोष्ठी में मुख्य अतिथि वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डा. राजीव अग्रवाल ने कहा कि इतिहास को विज्ञान की तरह समझना चाहिए। सभी को मिलकर ऐसा प्रयास करना चाहिए कि नई पीढ़ी मेरठ के इतिहास के बारे में सबकुछ जाने। उस पर गर्व करे। 1857 की क्रांति से जुड़े स्थानों पर छात्रों का भ्रमण, प्रदर्शनी हो और देशभक्ति से ओतप्रोत वृत्तचित्र, फिल्म आदि का प्रदर्शन और शोध कार्य किया जाना चाहिए। इससे देश-विदेश के लोग पर्यटन के लिए मेरठ आएंगे। डा. राजीव अग्रवाल ने इसके लिए आर्थिक सहयोग करने का भी आश्वासन दिया।

प्रो. विघ्नेश कुमार ने बताया कि 1803 में मराठा और अंग्रेजों के बीच युद्ध दिल्ली या पटपड़गंज में नहीं हुआ था। यह युद्ध भी मेरठ से जुड़ा है। यह युद्ध आज के नोएडा गोल्फ कोर्स के इलाके में लड़ा गया था। जो उस वक्त मेरठ जिले में था। अंग्रेजों ने मराठा को पराजित कर इस क्षेत्र को भी अपने कब्जे में कर लिया था। इतिहासकार डा. एके गांधी ने सही इतिहास लेखन पर जोर दिया। योद्धा मिलिट्री एकेडमी के प्रबंध निदेशक ले. कर्नल अमरदीप त्यागी ने 1803 में हुए आंग्ल मराठा युद्ध पर सैन्य दृष्टि से प्रकाश डाला। रिटायर्ड जज सीपी सिंह ने भी संबोधित किया। कवि ईश्वर चंद गंभीर ने कविता सुनाई। अध्यक्षता प्रो. नवीन चंद्र लोहनी व संचालन एके जौहरी ने किया। रिटायर्ड कमिश्नर आरके भटनागर ने धन्यवाद दिया।

मेरठ के स्वर्णिम इतिहास को सामने लाएगी हिस्ट्री लवर्स

चार महीने पहले हिस्ट्री लवर्स एसोसिएशन का गठन किया गया। इसके संरक्षक डा. राजीव अग्रवाल हैं। मेरठ के इतिहास की भूली-बिसरी यादों को यह एसोसिएशन सामने लाने का प्रयास कर रही है। साथ ही नई पीढ़ी में इतिहास के प्रति रुचि बढ़ाने के लिए संगोष्ठी, वाद-विवाद, निबंध प्रतियोगिताएं भी कराएगी। 

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