व्यावसायिक शिक्षा से माध्यमिक स्कूलों का किनारा, छात्रों को अन्य विषयों में कर रहे समायोजित

माध्यमिक स्कूलों में चल रही व्यवसायिक शिक्षा से स्कूल किनारा कर रहे हैं कोर्स में अध्ययनरत छात्रों को अन्य विषय में समायोजित किया जा रहा है। मामले को गंभीर मानते हुए शिक्षा निदेशालय ने कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं । संचालित ट्रेडों में प्रवेश को प्रोत्साहित करने के निर्देश।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Fri, 25 Jun 2021 04:11 PM (IST) Updated:Fri, 25 Jun 2021 04:11 PM (IST)
व्यावसायिक शिक्षा से माध्यमिक स्कूलों का किनारा, छात्रों को अन्य विषयों में कर रहे समायोजित
माध्यमिक स्कूलों का व्यावसायिक शिक्षा से किनारा।

सहारनपुर, जेएनएन। माध्यमिक स्कूलों में चल रही व्यवसायिक शिक्षा से स्कूल किनारा कर रहे हैं कोर्स में अध्ययनरत छात्रों को अन्य विषय में समायोजित किया जा रहा है। मामले को गंभीर मानते हुए शिक्षा निदेशालय ने कड़े दिशा-निर्देश जारी किए हैं ।

माध्यमिक स्कूलों में कक्षा 11 और 12 में व्यवसायिक शिक्षा के अंतर्गत विभिन्न पाठ्यक्रमों में छात्र छात्राओं को प्रवेश देने का प्रावधान है। जिले के 9 स्कूलों में व्यवसायिक शिक्षा के पाठ्यक्रम संचालित किए जा रहे हैं। इसके लिए अलग से अतिथि विषय विशेषज्ञों की नियुक्ति भी की गई है। मानदेय पर आधारित अतिथि विषय विशेषज्ञों को लंबे समय तक कई बार मानदेय का भुगतान नहीं होता जिससे उनमें रोष पैदा हो जाता है। शिक्षक संगठनों ने भी समय-समय पर विषय विशेषज्ञों को नियमित करने की मांग की है। शिक्षा निदेशालय के प्रावधानों के अनुसार एक ट्रेड में न्यूनतम 25 छात्र होने चाहिए जबकि विशेष परिस्थितियों में संख्या 10 तक हो सकती है। पिछले कुछ वर्षों के दौरान स्कूलों के प्रधानाचार्य व्यवसायिक शिक्षा को संचालित करने में अरुचि दिखा रहे हैं। पाठ्यक्रम में अध्ययनरत छात्रों को अन्य विषयों में समायोजित कर ट्रेड बंद करने की कार्रवाई की जा रही है।

अधिकतर जिलों से ऐसे मामले संज्ञान में आने पर शिक्षा निदेशालय द्वारा अब कड़ा रुख अपनाया गया है। निर्देशों में कहा गया है कि संचालित ट्रेडों में छात्रों को प्रवेश लेने हेतु प्रोत्साहित करते हुए अधिक से अधिक छात्रों को व्यवसायिक शिक्षा के पाठ्यक्रमों में प्रवेश किया जाए। प्रधानाचार्य का यह दायित्व निर्धारित किया गया है कि वे सभी ट्रेड में न्यूनतम छात्र संख्या को बढ़ाने के लिए काम करें। जिला विद्यालय निरीक्षक डॉ अरुण कुमार दुबे ने शिक्षा निदेशालय के निर्देशों के अनुपालन में व्यवसायिक पाठ्यक्रम संचालित कर रहे सभी 9 स्कूलों के प्रधानाचार्य को पत्र जारी कर निर्देशों का कड़ाई से अनुपालन करने के निर्देश दिए हैं।

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