मुजफ्फरनगर में प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए आईं छात्राओं के यौन उत्पीड़न मामले में स्कूल संचालकों में एक गिरफ्तार

Girls Molestation सीबीएसई बोर्ड की कक्षा दस की प्रैक्टिल परीक्षा देने आई छात्राओं के यौन उत्पीड़न के मामले में स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने दो स्कूल के मालिक के खिलाफ केस दर्ज करने के साथ सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।

By Dharmendra PandeyEdited By: Publish:Tue, 07 Dec 2021 01:02 PM (IST) Updated:Tue, 07 Dec 2021 02:20 PM (IST)
मुजफ्फरनगर में प्रैक्टिकल परीक्षा के लिए आईं छात्राओं के यौन उत्पीड़न मामले में स्कूल संचालकों में एक गिरफ्तार
एसएसपी अभिषेक यादव ने पुरकाजी के थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया

मुजफ्फरनगर, जेएनएन। जीजीसी अकादमी स्कूल में बीते महीने सीबीएसई बोर्ड की कक्षा दस की प्रैक्टिल परीक्षा देने आई छात्राओं के यौन उत्पीड़न के मामले में स्थानीय विधायक के हस्तक्षेप के बाद सक्रिय हुई पुलिस ने दो स्कूल के मालिक के खिलाफ केस दर्ज करने के साथ सोमवार को गिरफ्तार कर लिया। दूसरे की तलाश में पुलिस दबिश देने में जुटी है। यहां 17 छात्राओं के साथ छात्राओं के साथ कथित यौन उत्पीड़न तथा छेड़खानी के मामले में आरोपितों के खिलाफ पॉक्सो एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। 18 नवंबर की इस घटना को दबाने के मामले में एसएसपी अभिषेक यादव ने पुरकाजी के थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर दिया है।

भोपा थानाक्षेत्र के मजलिसपुर तोफिर स्थित सूर्यदेव पब्लिक स्कूल का संचालक योगेश बीती 18 नवम्बर को 17 छात्राओं को प्रेक्टिकल दिलाने के लिए पुरकाजी के तुगलपुर स्थित जीजीएस इंटरनेशनल एकेडमी में लेकर गया था। स्कूल संचालक अर्जुन और योगेश ने देर होने का बहाना करते हुए छात्राओं को रात के समय स्कूल में ही रोक लिया। आरोप है कि रात के समय योगेश और अर्जुन ने खिचड़ी में नशीला पदार्थ खिलाकर दो छात्राओं के साथ छेड़खानी की। शिकायत मिलने के बाद भी पुरकाजी पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की थी। मामला एसएसपी के संज्ञान में पहुंचा तो उन्होंने एसपी सिटी अर्पित विजय वर्गीय को जांच के लिए पुरकाजी थाने भेजा।

एसपी सिटी के सामने पीड़ित छात्राओ के स्वजन ने दोनों संचालकों पर छेड़खानी का आरोप लगाया था। इसके बाद रविवार को योगेश और अर्जुन के खिलाफ पुरकाजी थाने में छेडख़ानी और पोक्सो एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए क्राइम ब्रांच समेत आधा दर्जन टीम दबिश देने में जुटी थी। सोमवार देर रात पुलिस ने सूर्यदेव पब्लिक स्कूल के संचालक योगेश को दबोच लिया। पुलिस फरार अर्जुन की तलाश में दबिश देने में जुटी है। पूरे मामले में लापरवाही सामने आने पर एसएसपी अभिषेक यादव ने पुरकाजी थाना प्रभारी को लाइन हाजिर कर मामले की जांच एसपी सिटी को सौंप दी थी।

मजलिसपुर तौफीर के सूर्यदेव पब्लिक स्कूल का संचालक योगेश 18-19 नवंबर की रात गांव की सीबीएसई बोर्ड की हाईस्कूल की 17 छात्रओं को हाईस्कूल की प्रयोगात्मक परीक्षा दिलाने को लेकर पुरकाजी के तुगलपुर के जीजीसी इंटरनेशनल स्कूल में ले गया था। यहां देर होने का बहाना कर छात्रओं को रात में स्कूल में ही रोक लिया गया था। रात के समय छात्रओं को खिचड़ी में नशीला पदार्थ खिलाकर दोनों स्कूलों के संचालक योगेश और अर्जुन ने छात्रओं के साथ छेड़छाड़ की। इसके बाद किसी को बताने पर फेल करने की धमकी दी। इसके साथ ही छात्राओं को धमकी दी गई थी कि वह सब किसी को यह न बताएं कि क्या हुआ था या उनके परिवार के सदस्यों को मार डाला जाएगा। लड़कियां बहुत गरीब परिवारों से आती हैं। लड़कियों ने घटना के दिन ही अपने माता-पिता को घटना के बारे में बताया, लेकिन पुलिस को इनको गिरफ्तार करने में 16 दिन लगे।

स्कूल संचालक ने छात्राओं के माता-पिता से कहा था कि प्रैक्टिल की परीक्षा देने के लिए उनके बच्चों को एक रात दूसरे स्कूल में रुकना होगा। उनको बताया गया कि यात्रा करने में बहुत समय लगेगा। माता-पिता ने कहा कि वहां पर कोई महिला पर्यवेक्षक न होने के बावजूद उन्होंने अपनी बेटियों को स्कूल के संचालक की बात में आकर उनके साथ जाने दिया। एक बच्ची ने अपने अभिभावक को बताया कि रात में खाने के लिए खिचड़ी दी गई, जिसके बाद वह बेहोश हो गई। एक अन्य ने कहा कि जब वह सुबह उठी तो उसने छात्रा को वॉशरूम में रोते हुए देखा। उसने बताया कि रात में उसके साथ कुछ बुरा हुआ था। एक अभिभावक ने बताया कि 19 नवंबर को गंगा स्नान की छुट्टी होने के बावजूद आरोपितों ने अभिभावकों को गुमराह कर छात्रओं को 18 की रात में बहाने से रोक लिया था।

क्षेत्रीय विधायक विधायक प्रमोद ऊटवाल के पास यह मामला आने पर उन्होंने एसएसपी अभिषेक यादव के संज्ञान में दिया। विधायक उत्वाल ने बताया कि उन्हें घटना के बारे में शुक्रवार को तब पता चला जब कुछ परिवारों ने उनसे मदद मांगी। मैंने एसएसपी तथा सीओ को तुरंत फोन किया। एसएसपी ने इसके बाद एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय और एएसपी कृष्ण विश्नोई को पुरकाजी पहुंचकर जांच के आदेश दिया। यहां पर उन्होंने जांच के बाद दोनों स्कूल संचालकों के खिलाफ पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी। यहां पर गांव से लोग प्रधान के साथ थाने पहुंचे और आरोप लगाया कि आठवीं की मान्यता होने के बावजूद कक्षा नौ व दस की प्रयोगात्मक परीक्षा दिलवाई जाती है।

लापरवाही पर थानेदार लाइन हाजिर

एसएसपी अभिषेक यादव ने थानेदार विनोद कुमार सिंह को लापरवाही बरतने पर लाइन हाजिर कर दिया।

स्कूल पहुंची टीम, दस्तावेज मांगे

पुलिस और शिक्षा विभाग ने जांच शुरू कर दी है। शिक्षा विभाग की ओर से स्कूल की मान्यता व अन्य जांच को लेकर दो सदस्यीय अध्यापकों की टीम ने स्कूल पहुंचकर जांच की। बताया जाता कि मान्यता से अलग अन्य कई चीजें नियम विरुद्ध मिली हैं। मान्यता को लेकर जांच की जा रही है। आठवीं तक की मान्यता मिलने पर नवीं व दसवीं की प्रयोगात्मक परीक्षा कराना नियम विरूद्ध है। जांच में यह सिद्ध होने पर स्कूल की मान्यता रद की जाएगी।

सीएम के समक्ष रखेंगे प्रकरण: विधायक

पुरकाजी में तीन दिन पहले रात में जिस स्कूल संचालक को पुलिस ने पकडऩे के बाद छोड़ दिया था आज पुलिस उसी की तलाश में ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। विधायक प्रमोद ऊटवाल ने आरोप लगाया कि मामले को पुलिस ने दबाने का प्रयास किया। घटना को मुख्यमंत्री के सामने रखा जाएगा। विधायक ने बताया कि बहन-बेटी के सम्मान में किसी भी तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

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