सहारनपुर : योगी जी,निजी अस्पतालों पर कस दीजिए शिकंजा, मरीजों से वसूल रहे ज्यादा रकम
सहारनपुर शहर के कुछ निजी अस्पतालों में मरीजों से ज्यादा रकम वसूली जा रही है। इन लोगों ने अपने अस्पताल के बाहर बोर्ड पर जो उपचार के रेट लिखे हुए है। अंदर ठीक उसके विपरित हो रहा है। सीएम योगी सोमवार को यहां के दौरे पर हैं।
सहारनपुर, जेएनएन। कोरोना के मरीजों के लिए इस समय डाक्टर भगवान का रूप हैं, लेकिन जब भगवान ही लूटने लगे तो मरीज कहा जाए। सहारनपुर शहर के कुछ निजी अस्पतालों में ऐसा ही हो रहा है। इन लोगों ने अपने अस्पताल के बाहर बोर्ड पर जो उपचार के रेट लिखे हुए है। अंदर ठीक उसके विपरित हो रहा है। दोगुने दाम मरीजों के स्वजनों से वसूले जा रहे हैं। कुछ लोगों ने शिकायत भी की, लेकिन अस्पताल संचालक किसी की सुनवाई नहीं कर रहे। नान कोविड मरीज के लिए दर-दर भटकना हो रहा है। सीएम साहब इन अस्पतालों के संचालकों पर सख्ती जरूरी है।
आइसीयू का रेट 4000, वसूले जा रहे दोगुने
शहर के एक निजी अस्पताल को जिला प्रशासन ने कोविड अस्पताल बनाया हुआ है। उसने अपने अस्पताल के बाहर बोर्ड लगा रखा है कि आइसीयू में उपचार कराने का एक दिन का चार हजार रुपये हैं। जब मरीज अंदर भर्ती हो जा रहा है तो उससे एक दिन का अलग अलग चार्ज लगाकर आठ से नौ हजार रुपये वसूले जा रहे हैं। यहां पर भर्ती एक मरीज ने नाम प्रकाशित नहीं करने की शर्त पर बताया कि वह अस्पताल की शिकायत कर चुका है।
निर्धारित दर वसूलने का डीएम का है आदेश
निजी अस्पतालों में जितने भी कोविड अस्पताल बनाए गए हैं। उनके संचालकों को डीएम अखिलेश सिंह का आदेश है कि वह निर्धारित दरें ही मरीज से ले। यदि निर्धारित दरों से अधिक वसूलेंगे तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। जबकि निर्धारित दरें तो वसूलना दूर, तीन से चार गुना दाम निजी अस्पतालों में वसूले जा रहे हैं।
मेडिकल कालेज में नान कोविड नहीं कर रहे भर्ती
मेडिकल कालेज पिलखनी में यदि कोई नान कोविड मरीज जा रहा है तो उसे वापस कर दिया जा रहा है। रविवार को जयपाल नाम के एक मरीज मेडिकल कालेज में पहुंचे। वह एक निजी अस्पताल से रेफर होकर गए थे। जयपाल के परिजन मनोज का कहना है कि जयपाल को सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। मेडिकल कालेज में मिले एक डाक्टर ने भर्ती करने से साफ मना कर दिया। वहीं, मेडिकल कालेज के प्राचार्य डा. अरङ्क्षवद त्रिवेदी का कहना है कि यदि किसी की हालत खराब है तो नान कोविड मरीजों को इमरजेंसी में भर्ती किया जा रहा है। बाकी ओपीडी बंद है।
इनका कहना है
यदि कोई अस्पताल अधिक पैसा वसूल रहा है तो मरीज या उसके स्वजन सीधे मुझे शिकायत करें। मैं अस्पताल के खिलाफ कार्रवाई करुंगा।
- अखिलेश सिंह, डीएम, सहारनपुर