मेरठ में सचिन गुप्ता साल्वेंट के साथ गिरफ्तार, पहले भी जा चुका है जेल, चार आइपीएस अफसरों की कमेटी ने की थी जांच
साल्वेंट के साथ पकड़े गए सचिन गुप्ता की जांच पुलिस ने विभाग को सौंप दी है। आरोपित का दावा है कि ड्रमों में साल्वेंट नहीं बल्कि थिनर भरा हुआ है। नकली पेट्रोल-डीजल बनाने में पहले भी जेल जा चुका है आरोपित।
मेरठ, जेएनएन। साल्वेंट के साथ पकड़े गए सचिन गुप्ता की जांच पुलिस ने विभाग को सौंप दी है। आरोपित का दावा है कि ड्रमों में साल्वेंट नहीं, बल्कि थिनर भरा हुआ है। बताया गया है कि आरोपित हाईवे से गुजरने वाले टैंकरों से चोरी होने वाले साल्वेंट की खरीदारी करता है।
यह है मामला
परतापुर पुलिस ने मुलतानगर निवासी सचिन गुप्ता को गुरुवार को चार ड्रम साल्वेंट के साथ पकड़ा है। पुलिस पड़ताल कर रही है कि सचिन गुप्ता साल्वेंट से नकली पेट्रोल और डीजल तो तैयार नहीं कर रहा है। दरअसल, गत वर्ष जनपद में नकली पेट्रोल और डीजल बनाने का पर्दाफाश हुआ था, जिसमें दो स्थानों पर पुलिस ने साल्वेंट से नकली पेट्रोल और डीजल बनाने की फैक्ट्री पकड़ी थी। तत्कालीन आइजी आलोक सिंह के आदेश पर कार्रवाई हुई थी और शहर के बड़े- बड़े लोगों के नाम सामने आए थे।
प्रदेश स्तर पर चार आइपीएस अफसरों की कमेटी बनाकर जांच की गई थी। उसके बाद भी सचिन गुप्ता साल्वेंट की खरीदारी में जुटा हुआ है। इंस्पेक्टर नजीर अली का कहना है कि सचिन गुप्ता ने दावा किया है कि ड्रम में साल्वेंट नहीं है, बल्कि थिनर है। इस लिए पूॢत विभाग से मामले की जांच कराई जा रही है। शुक्रवार को पूर्ति विभाग की टीम ने पकड़े गए तेल के नमूने लिए हैं। विभाग की रिपोर्ट मिलने के बाद ही सचिन गुप्ता पर कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल सचिन के खिलाफ टैंकरों से चोरी हुआ साल्वेंट खरीदने का मुकदमा दर्ज किया गया है।