एशियन गेम्स की पहली परीक्षा में सफल हुए घुड़सवार
भारतीय घुड़सवारी फेडरेशन की ओर से वर्ष 2022 में आयोजित होने जा रहे एशियन गेम्स की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके साथ ही एशियन गेम्स के लिए होने वाली चयन प्रतियोगिताओं का सिलसिला भी शुरू हो चुका है।
मेरठ, जेएनएन। भारतीय घुड़सवारी फेडरेशन की ओर से वर्ष 2022 में आयोजित होने जा रहे एशियन गेम्स की तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके साथ ही एशियन गेम्स के लिए होने वाली चयन प्रतियोगिताओं का सिलसिला भी शुरू हो चुका है। पहली ट्रायल प्रतियोगिता जयपुर में आयोजित की गई जिसमें टाप-4 घुड़सवारों में से मेरठ छावनी स्थिति रिमाउंट वेटनरी कोर यानी आरवीसी सेंटर एंड कालेज के आर्मी इक्वेस्ट्रियन नोड-एईएन के घुड़सवार शामिल हैं। स्वर्ण पदक सेना के 61 कैवेलरी को मिला जबकि रजत और दोनों कांस्य पदक एईएन के घुड़सवारों ने अपने नाम किया और एशियन गेम्स ट्रायल में बढ़त लेने में सफल रहे। बेहतरीन स्कोर के साथ जीते पदक
एशियन गेम्स के लिए हुए पहले ट्रायल में टाप-4 में रहे चारों घुड़सवारों का प्रदर्शन सराहनीय रहा है। 61 कैवेलरी के मेजर दीपांशु अपने जोड़ीदार घोड़े फ्रांसिस्को ड्रीम के साथ 32.7 पेनाल्टी के साथ प्रतियोगिता में प्रथम रहे। दूसरे स्थान पर आरवीसी-एईएन के राकेश कुमार अपने जोड़ीदार विक्ट्री लैप के साथ 34.9 पेनाल्टी के साथ दूसरे स्थान पर रहे और रजत पदक जीता। तीसरे स्थान पर कांस्य पदक दो घुड़सवारों को मिलता है लेकिन इसमें दोनों ही स्थान आरवीसी-एईएन के कुंभर महेश ने अपने नाम किया। महेश जोड़ीदार घोड़े टार्जन के साथ 41.8 पेनाल्टी के साथ पूरा किया और घोड़ा इंडियन ग्लोरी के साथ 42.7 पेनाल्टी के साथ प्रतिस्पर्धा में चौथे स्थान पर रहे। 50 से कम होनी चाहिए पेनाल्टी
घुड़सवारी की इवेंटिंग प्रतिस्पर्धा में घुड़सवार को ट्रायल में 50 से कम पेनाल्टी में ही होना चाहिए तभी वह उस चयन में सफल माने जाते हैं। इवेंटिंग प्रतिस्पर्धा तीन इवेंट, ड्रेसाज, क्रास कंट्री और शो-जंपिंग का संगम है जिसके संयुक्त पेनाल्टी अंतिम रिजल्ट तैयार करते हैं। कुल चार या पांच एशियन गेम्स ट्रायल होंगे जिनमें से तीन बेहतरीन ट्रायल प्रदर्शन को एशियन चैंपियनशिप के लिए चयन प्रक्रिया में शामिल जाएगा। टीम की इस उपलब्धि पर आरवीसी सेंटर एंड कालेज के कमांडेंट ने सभी घुड़सवारों और घुड़सवारी विंग के अधिकारियों को बधाई दी है और अगली चयन प्रतियोगिताओं में भी इसी प्रदर्शन को कायम रखने के लिए प्रेरित किया।