Rupak Murder Case: रूपक के शव के अवशेष बोरवेल से निकालने की कवायद में सड़क निर्माण के लिए सर्वे शुरू Meerut News
सीओ पंकज सिंह ने बताया कि रैपिड रेल की मशीनें आने और जाने के लिए कितनी चौड़ी सड़क बनाई जाएगी उसके बारे में इंजीनियरों ने सड़क बना रहे मिस्त्री को जानकारी दे दी है।
मेरठ, जेएनएन। रूपक के शव के अवशेष बोरवेल से निकालने की कवायद के क्रम में मंगलवार को रैपिड रेल के इंजीनियरों ने सड़क बनाने के लिए सर्वे किया। उसके बाद सड़क पर मिट्टी डालने का काम शुरू कर दिया गया है, इसके ऊपर ईंटें बिछेंगीं।
सीओ पंकज सिंह ने बताया कि रैपिड रेल की मशीनें आने और जाने के लिए कितनी चौड़ी सड़क बनाई जाएगी, उसके बारे में इंजीनियरों ने सड़क बना रहे मिस्त्री को जानकारी दे दी है। इंजीनियरों की तरफ से बनाए गए नक्शे पर सड़क बनाने का काम शुरू कर दिया है। एसएसपी अजय साहनी का कहना है कि मंगलवार को रैपिड रेल की टीम ने मौके पर पहुंचकर सर्वे किया। मशीनों को खेत से पहुंचाने के लिए सड़क निर्माण शुरू करा दिया गया है। जल्द ही मशीनें मौके पर पहुंच जाएंगी।
धरना समाप्त कराने गए अफसरों को लौटाया
मोदीपुरम: कंकरखेड़ा के फाजलपुर-अनूपनगर में इंसाफ के लिए धरने पर बैठे रूपक के स्वजनों के बीच मंगलवार रात पुलिस और प्रशासनिक अफसर पहुंचे। अफसरों ने लोगों से कोरोना संक्रमण फैलने की बात कहते हुए धरना समाप्त करने को कहा। मगर, पीड़ित परिवार ने दो टूक कह दिया कि बोरवेल से रूपक के शव के टुकड़े निकलने तक धरना जारी रहेगा। वहां वीडियो और फोटो ले रहे युवकों से पुलिस ने मोबाइल छीनकर उन्हें डिलीट कर दिया। इससे पुलिस और धरने पर बैठी महिलाओं में कहासुनी हो गई।
रात मेंं धरना स्थल पर पहुुंचे अधिकारी
चार दिन से रूपक के पिता जसवंत, मां मिथलेश अपने नाते-रिश्तेदार और पड़ोसियों संग घर के बाहर धरने पर बैठे हैं। रात में एसीएम सुनीता सिंह, सीओ दौराला पंकज कुमार सिंह, इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा बीके राणा पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और धरना समाप्त करने को कहा। रूपक की ताई राजकुमारी ने एसीएम से कहा कि आज आप धरना समाप्त कराने आई हैं। तब कहां थीं, जब कंकरखेड़ा पुलिस ने रूपक के स्वजनों और पड़ोसियों को लाठी व लात-घूंसों से पीटा था। इसपर एसीएम ने इंस्पेक्टर कंकरखेड़ा से कड़ी नाराजगी जताई। इस दौरान चिकित्सकों की टीम ने मिथलेश का ब्लड प्रेशर चेक किया। एसीएम ने सपा नेत्री नेहा और रूपक की मां को पानी पिलाकर उनके स्वास्थ्य के बारे में जाना।
ठेकेदार को बुलाया
एसीएम ने उस ठेकेदार को बुलाया, जो जिटौला गांव में बोरवेल तक सड़क बनाने का काम करेगा। एसीएम से ठेकेदार ने कहा कि ईंट तो पहुंच गई हैं, मगर मिट्टी का भराव नहीं हुआ है। इस पर एसीएम ने इंस्पेक्टर से मिट्टी का भराव कराकर सड़क बनवाने के आदेश दिए।