नवीन मंडी में उड़ी शारीरिक दूरी के नियम की धज्जियां
प्रदेश में शुक्रवार रात से तीन दिन के लॉकडाउन की घोषणा होते ही मंडी में सब्जी और फल खरीद के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान शारीरिक दूरी के नियम तार-तार हो गए। भीड़ खुद ही संक्रमण को आमंत्रण दे रही थी।
जेएनएन, मेरठ। प्रदेश में शुक्रवार रात से तीन दिन के लॉकडाउन की घोषणा होते ही मंडी में सब्जी और फल खरीद के लिए भीड़ उमड़ पड़ी। इस दौरान शारीरिक दूरी के नियम तार-तार हो गए। भीड़ खुद ही संक्रमण को आमंत्रण दे रही थी।
प्रदेश सरकार ने कोरोना संक्रमण पर लगाम के लिए शुक्रवार रात दस बजे से सोमवार सुबह पांच बजे तक लॉकडाउन की घोषणा की है। इसकी भनक लगते ही लोग खरीदारी के लिए उमड़ पड़े। भीड़ को देखकर कुछ लोग गेट से ही लौट गये। फुटकर सब्जी विक्रेताओं के अलावा नगर और देहात के लोग भी सब्जी और फल खरीदने पहुंच गए। इससे भीड़ और भी ज्यादा बढ़ गई। एसडीएम अमित कुमार भारतीय ने बताया कि मंडी में उमड़ने वाली भीड़ पर अंकुश लगाया जाएगा। फिर भी आढ़ती या खरीदार नही मानते तो उनके खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। कोरोना संक्रमित पूर्व सभासद की मौत
जेएनएन, मेरठ। दो दिन पूर्व हंगामे के बाद मेडिकल में भर्ती कराई गई अटोरा रोड निवासी पूर्व सभासद ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। शुक्रवार को उनके शव को सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया।
बता दें कि अटोरा रोड निवासी नगर पालिका की पूर्व सभासद की सीएचसी में जांच कराई गई थी। इसमें वह संक्रमित निकली। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग ने उन्हें घर पर ही रहने दिया गया। बुधवार को 82 लोगों की कोरोना जांच के लिये सीएचसी पर सैंपल लिये गए। महिला के संपर्क में आने के कारण संक्रमित महिला के पति समेत छह लोग संक्रमित पाए गए थे। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग लापरवाही बरतता रहा। चेयरमैन अय्यूब कालिया ने सारे प्रकरण से एसडीएम कमलेश गोयल को अवगत कराया था। एसडीएम ने सीएचसी प्रभारी डा. सतीश भास्कर से सख्त नाराजगी जताते हुए कार्रवाई के आदेश दिए थे। इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने पूर्व सभासद को मेडिकल व अन्य संक्रमितों को मुलायम सिंह अस्पताल खरखौदा में भर्ती करा दिया।