आरएसएस ने महानगर में मनाया प्रतिपदा उत्सव

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने मंगलवार को हिदू नववर्ष के शुभारंभ को उत्सव के रूप में मनाया।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 14 Apr 2021 07:10 AM (IST) Updated:Wed, 14 Apr 2021 07:10 AM (IST)
आरएसएस ने महानगर में मनाया प्रतिपदा उत्सव
आरएसएस ने महानगर में मनाया प्रतिपदा उत्सव

मेरठ,जेएनएन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के स्वयंसेवकों ने मंगलवार को हिदू नववर्ष के शुभारंभ को लेकर महानगर में 130 से अधिक स्थानों पर प्रतिपदा उत्सव व डा. हेडगेवार की जयंती मनाई। खुले स्थानों में महानगर के स्वयंसेवक पूर्ण गणवेश में जुटे और भगवा ध्वज, भारत माता व डा. हेडगेवार के चित्र स्थापित कर कार्यक्रम का आयोजन किया। कार्यक्रम के बौद्धिक सत्र में मुख्य वक्ता के तौर पर संघ पदाधिकारी रहे।

चौ. चरण सिंह विवि पार्क के मैदान में क्षेत्र प्रचारक महेंद्र ने बौद्धिक सत्र में स्वयंसेवकों को नवसंवत्सर व प्रतिपदा के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि हिदू पंचांग सौर गणनाओं पर आधारित है। इसी के चलते आदि काल से अब तक इसकी गणनाएं सटीक हैं। कई विदेशी आक्रांताओं ने आक्रमण कर हिदू संस्कृति को दबाने का कार्य किया, लेकिन इसके बाद भी हिदू संस्कृति व समाज निरंतर आगे बढ़ता रहा। इस दौरान आरएसएस के संस्थापक डा. हेडगेवार की जयंती मनाई गई। संघ पदाधिकारियों ने डा. हेडगेवार के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी और बताया कि उन्होंने संघ की स्थापना क्यों की। वहीं, चैत्र मास शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा के पौराणिक महत्व के बारे में वक्ताओं ने प्रकाश डाला। इसी कड़ी में सरस्वती लोक, नौचंदी मैदान, शंकर आश्रम, गंगानगर शास्त्रीनगर डी ब्लाक, सूरजकुंड पार्क, पल्लवपुरम, भगवतपुरा समेत अन्य स्थानों पर कार्यक्रम आयोजित हुए।

आनलाइन मनाया उत्सव : दिव्य ज्योति जागृति संस्थान द्वारा मंगलवार को चैत्र प्रतिपदा तिथि से हिदू नववर्ष की शुरुआत को लेकर एक आनलाइन कार्यक्रम आयोजित किया। इसमें संस्थान के पदाधिकारी व अन्य लोगों ने आनलाइन जुड़कर कार्यक्रम में भाग लिया। सभी ने अपने-अपने घरों से आरती का थाल सजाकर सामूहिक आरती की। कार्यक्रम में बच्चों से लेकर बुजुर्गो ने मस्तिष्क पर तिलक लगाकर वासंती रंग के वस्त्रों में भाग लिया। नववर्ष पर आधारित ज्ञानवर्धक प्रश्नोत्तरी, संस्थान के वैदिक मंत्रों का उच्चारण, भारतीय संस्कृति पर आधारित गीत प्रस्तुति व नृत्य आदि हुआ। संस्थान की स्थानीय शाखा की संयोजिका साध्वी लोकेशा भारती ने इस नववर्ष से जुड़े वैज्ञानिक व आध्यात्मिक तथ्यों पर प्रकाश डाला।

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