स्क्रैप कारोबारी के घर डाका, नौकर ही निकला मास्टरमाइंड
683 एल, शास्त्रीनगर निवासी इलियास पुत्र मोहम्मद सफी स्क्रैप कारोबारी हैं। रात में मकान के निचले हिस्से में वह पत्नी अनीसा, बेटे साकिब के साथ सो रहे थे। पड़ोस में रहने वाला साजन चौकीदारी पर था।
मेरठ । आधा दर्जन सशस्त्र बदमाशों ने बुधवार रात स्क्रैप कारोबारी के परिवार को बंधक बनाकर जमकर लूटपाट की। नकदी-जेवर लूटने के बाद बदमाश पुलिस ट्रेनिंग सेंटर की दीवार फांदकर फरार हो गए। घटना के कुछ देर बाद ही कारोबारी का नौकर हापुड़ रोड पर घूमता मिला। संदेह पर पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की तो नौकर ही वारदात का मास्टर माइंड निकला। पुलिस ने नौकर को गिरफ्तार कर 12 हजार रुपये बरामद कर लिए हैं। बाकी बदमाशों की तलाश में पुलिस छापामारी कर रही है।
683 एल, शास्त्रीनगर निवासी इलियास पुत्र मोहम्मद सफी स्क्रैप कारोबारी हैं। रात में मकान के निचले हिस्से में वह पत्नी अनीसा, बेटे साकिब के साथ सो रहे थे। पड़ोस में रहने वाला साजन चौकीदारी पर था। रात करीब दो बजे हथियारों से लैस छह नकाबपोश बदमाशों ने धावा बोलकर चौकीदार को दबोच लिया और फिर कमरे में सो रहे इलियास, उसकी पत्नी को बंधक बनाकर उसके बेटे साकिब के हाथ-पांव बांध दिए। बदमाशों ने कमरे में रखे भैंस बिक्री के 71 हजार रुपये, सोने के कुंडल व चेन लूट लिए। इसके बाद बदमाशों ने साकिब को गन प्वाइंट पर लेकर उससे बाकी परिजनों को आवाज लगवाई। साकिब की आवाज सुनकर मकान के ऊपरी मंजिल पर सो रहे इलियास के बड़े बेटे आस मोहम्मद ने सीढि़यों का दरवाजा खोल दिया। बदमाशों ने ऊपर सो रहे आस मोहम्मद, उसके भाई शाकिर और शाकिर की पत्नी गुलिस्ता, गुलिस्ता के बच्चे समद(6), उमर(8), उस्मान(4) व अनस (सात माह) को बंधक बनाकर बाहर से कमरे की कुंडी लगा दी। बदमाश घर में रखे डेढ़ लाख रुपये व जेवर लूटकर जाने लगे तो गुलिस्ता ने शोर मचा दिया। जिसके बाद बदमाश पुलिस ट्रेनिंग सेंटर की दीवार फांदकर भाग निकले। शोर सुनकर पड़ोसी इकट्ठा हो गए और स्क्रैप कारोबारी के परिवार को बंधनमुक्त कर पुलिस को सूचना दी। आधी रात करीब पौने तीन बजे पुलिस पहुंची और जांच-पड़ताल की।
दो दिन पहले रकम आई है, नौकर को पता था
एसपी सिटी रणविजय सिंह ने बताया कि घटना के कुछ देर बाद ही इलियास का नौकर महताब निवासी ढवाई नगर हापुड़ रोड स्थित 44वीं वाहिनी पीएसी के गेट के बाहर घूमता मिला। हिरासत में लेकर उससे पूछताछ की तो उसने वारदात को अंजाम दिलाने की बात कबूल की। एसपी सिटी ने बताया कि महताब करीब एक साल से कारोबारी के यहां नौकर था। उसकी संदिग्ध गतिविधियां देखकर बुधवार शाम ही उसे काम से हटाया था। वहीं, नौकर को पता था कि दो दिन पहले कारोबारी के पास रकम आई है। बदला लेने के लिए उसने डकैती की वारदात को अंजाम दे डाला।
इनसेट ..
शक तभी हो गया था जब नाम लेकर वारदात की
कारोबारी इलियास के मुताबिक सभी छह बदमाशों ने कपड़े से मुंह ढका हुआ था। दो बदमाशों के हाथ में पिस्टल और चार के पास तमंचे थे। पहले आए तीन बदमाशों ने चौकीदार साजन से कहा कि उन्हें लोहा बेचना है। चौकीदार ने कारोबारी द्वारा रात में माल न खरीदने का हवाला दिया तो बदमाशों ने उसे गन प्वाइंट पर ले लिया और लूटपाट शुरू कर दी। वारदात के दौरान बदमाशों ने कारोबारी के बेटे आस मोहम्मद का नाम भी लिया था। इसके अलावा बदमाशों ने वहीं धावा बोला जहां नकदी और जेवर रखे थे। बदमाशों की इसी हरकत से शक हो गया था कि बदमाश कारोबारी के जानकार हैं।
सीसीटीवी कैमरे में कैद हुए लुटेरे
सुबह होने पर कारोबारी ने खुद ही उन स्थानों को खंगाला, जहां सीसीटीवी कैमरे लगे थे। पीटीएस के सामने वाली कॉलोनी में लगे कैमरे की फुटेज चेक की तो बदमाश भागते हुए दिखाई दिए। पीड़ित ने उसकी फुटेज लेकर पुलिस को सौंपी।