दिल्ली-मेरठ ईएमयू ट्रेनें चलाने का रास्ता साफ, जोरों से चल रहा विद्युतीकरण का काम

नोली-शामली-टपरी सेक्शन के विद्युतीकरण का काम जोरों पर चल रहा है। इसके अक्टूबर तक पूरा हो जाने की संभावना है। दिल्ली सेक्शन के 142 किलोमीटर लंबे इस सेक्शन के पूरा होने से गाजियाबाद-मेरठ-सहारनपुर रूट पर ट्रैफिक कम हो जाएगा।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Sun, 01 Aug 2021 03:10 PM (IST) Updated:Sun, 01 Aug 2021 03:10 PM (IST)
दिल्ली-मेरठ ईएमयू ट्रेनें चलाने का रास्ता साफ, जोरों से चल रहा विद्युतीकरण का काम
दिल्‍ली मेरठ ईएमयू ट्रेन चलाने का रास्‍ता साफ।

जागरण संवाददाता, मेरठ। नोली-शामली-टपरी सेक्शन के विद्युतीकरण का काम जोरों पर चल रहा है। इसके अक्टूबर तक पूरा हो जाने की संभावना है। दिल्ली सेक्शन के 142 किलोमीटर लंबे इस सेक्शन के पूरा होने से गाजियाबाद-मेरठ-सहारनपुर रूट पर ट्रैफिक कम हो जाएगा और दैनिक यात्रियों के लिए अधिक तीव्रता व नई ईएमयू ट्रेनें चलाने का रास्ता साफ हो जाएगा।

यह जानकारी देते हुए उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक आशुतोष गंगल ने बताया कि खेकड़ा, बागपत रोड, बड़ौत, कासिमपुर, कांधला और शामली जैसे छह प्रमुख स्टेशन इस नोली-शामली सेक्शन में हैं।

सीआरएस के निरीक्षण के बाद 22 मार्च 2021 से परिचालन आरंभ हो गया है। थानाभवन, नानौता, रामपुर मनिहारान और मनानी जैसे पांच स्टेशनों के बीच विद्युतीकरण का कार्य चल रहा है। विद्युतीकरण पूरा हो जाने से उत्तर रेलवे का दिल्ली मंडल शत-प्रतिशत डीजल मुक्त हो जाएगा। पश्चिम उत्तर प्रदेश के इस उपजाऊ क्षेत्र से चीनी, खाद्यान्न और उर्वरक के परिचालन में वृद्धि होगी। मुजफ्फरनगर, मेरठ सिटी और गाजियाबाद होकर गुजरने वाले यातायात को इस रेलमार्ग से भी भेजा जा सकेगा। महाप्रबंधक ने बताया कि सहारनपुर मेरठ गाजियाबाद रूट पर होने वाली भीड़ कम हो सकेगी। महाप्रबंधक आशुतोष ने बताया कि 2016-17 में 159.24 करोड़ की लागत की इस परियोजना को मंजूरी मिली थी। 

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