लाइसेंसी रिवाल्वर खोलेगा मनीष की आत्महत्या का राज
शहर के प्रमुख व्यवसायी मनीष गाधी की आत्महत्या के पीछे की वजह जानने का प्रयास पुलिस कर रही है। विशेष तौर पर बादशाह ई-रिक्शा कंपनी में जाकर आत्महत्या करने की वजह तलाशी जा रही है। परिवार और कंपनी मालिक के बयान भी जल्द दर्ज किए जाएंगे।
मेरठ, जेएनएन। शहर के प्रमुख व्यवसायी मनीष गाधी की आत्महत्या के पीछे की वजह जानने का प्रयास पुलिस कर रही है। विशेष तौर पर बादशाह ई-रिक्शा कंपनी में जाकर आत्महत्या करने की वजह तलाशी जा रही है। परिवार और कंपनी मालिक के बयान भी जल्द दर्ज किए जाएंगे। परिवार के सदस्य गुरुवार को हरिद्वार में थे। इस वजह से पूछताछ नहीं हो सकी। पुलिस मौके से मिले लाइसेंसी रिवाल्वर को भी निवाड़ी फोरेंसिक लैब में भेजेगी। इसकी रिपोर्ट से बहुत कुछ साफ हो जाएगा।
ब्रह्मपुरी थाना क्षेत्र के बिजली बंबा बाईपास पर स्थित पर्ल रेजिडेंसी कालोनी में मनीष गाधी का परिवार रहता है। परिवार में उनकी पत्नी भावना गाधी और दो बेटिया हैं। जून में ही मनीष ने देवपुरी स्थित मकान को बेचकर पर्ल रेजिडेंसी वाला मकान खरीदा था। रोजाना की तरह मंगलवार को भी मनीष अपने दोस्त नितिन शर्मा की बादशाह ई-रिक्शा कंपनी मोहकमपुर फेज-टू में गए थे। मनीष ने आफिस के अंदर अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर को मुंह में डालकर गोली चला दी। उस समय आफिस मे चार से पाच कर्मचारियों का स्टाफ था। सवाल है कि आफिस में मौजूद किसी भी कर्मचारी को मनीष की मनोदशा का अहसास क्यों नहीं हुआ। उस रोज वह बाहरी केबिन में अकेले बैठे थे, तब भी किसी को उनके इरादे समझ में नहीं आए। पुलिस इन सभी सवालों के जवाब तलाश रही है। अभी तक पुलिस की जाच में सामने आया कि मनीष दोस्ती की वजह से नितिन शर्मा के पास जाते थे। उनके मोबाइल की सीडीआर की भी पड़ताल की जा रही है। मनीष के भाई बाबी गाधी का कहना है कि फिलहाल परिवार के सदस्य अंतिम संस्कार की रस्म पूरी करने में लगे हुए हैं। एसपी सिटी विनीत भटनागर का कहना है कि परतापुर पुलिस की टीम जांच में लगी हुई है।