आक्सीजन सिलेंडर लौटाएं, मरीजों को दें जिंदगी

अगर आपके पास आक्सीजन सिलेंडर रखा है तो इसे प्रशासन के हवाले कर दीजिए।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 21 Apr 2021 03:45 AM (IST) Updated:Wed, 21 Apr 2021 03:45 AM (IST)
आक्सीजन सिलेंडर लौटाएं, मरीजों को दें जिंदगी
आक्सीजन सिलेंडर लौटाएं, मरीजों को दें जिंदगी

मेरठ,जेएनएन। अगर आपके पास आक्सीजन सिलेंडर रखा है तो इसे प्रशासन के हवाले कर दीजिए। इससे कोरोना मरीजों को नई जिंदगी मिल जाएगी। एडीएम वित्त सुभाष प्रजापति ने आइआइए, बागपत रोड इंडस्ट्रियल एरिया एवं अन्य औद्योगिक संगठनों के अलावा कृषि उपकरण निर्माताओं संग बैठक कर लोगों से अपील की है। सप्ताहभर के अंदर दो सौ सिलेंडर जिला उद्योग केंद्र में जमा करने का लक्ष्य है। इससे दो अस्पतालों में आक्सीजन आपूर्ति पूरी की जा सकेगी।

जिलाधिकारी के. बालाजी आक्सीजन गैस आपूर्तिकर्ताओं से कई बार वार्ता कर चुके हैं। गाजियाबाद, नोएडा और मोदीनगर से आक्सीजन नहीं मिल पा रही है, ऐसे में मेरठ में रुड़की से गैस मंगानी पड़ रही है। अस्पतालों में रोजाना महज तीन हजार आक्सीजन सिलेंडर पहुंच रहे हैं, जबकि रोजाना चार हजार सिलेंडर की माग हो चुकी है। सैकड़ों मरीजों की जिंदगी कृत्रिम आक्सीजन पर टिक गई है। ऐसे में उद्यमियों ने बड़ा कदम उठाया है। जिला उद्योग केंद्र में हुई बैठक में तय किया गया कि वैल्डिंग वर्क करने व घरों व उद्योगों में प्रयोग करने वालों को सिलेंडर वापस करते हुए मानवता की सेवा में अहम कदम बढ़ाना होगा। आक्सीजन स्टोरेज प्लाटों को बनाने एवं वितरण प्रणाली में भी मदद के लिए भरोसा दिया गया।

इन्होंने कहा-

यह मेडिकल इमरजेंसी जैसे हालात हैं, जिसमें उद्यमी मानवता की सेवा में आगे रहेंगे। प्रशासन के साथ बैठक में जिले में खाली पड़े सिलेंडरों को वापस कर उसे भरने की प्रक्रिया पर चर्चा की गई। कोविड केंद्र बढ़ाए जा रहे हैं, ऐसे में आक्सीजन आपूर्ति भी ज्याद करनी होगी। हम दो सौ सिलेंडरों को वापस करने का लक्ष्य हासिल करेंगे।

कमल ठाकुर, उद्यमी व पदाधिकारी संयुक्त व्यापार संघ

ऑक्सीजन गैस प्लाट में वाहन चालकों मारपीट: कोरोना संक्रमण के दौरान ऑक्सीजन की किल्लत भी अस्पतालों में नजर आने लगी है। गैस प्लाट से ही निजी अस्पताल अपने वाहनों से ऑक्सीजन सिलेंडर उठाने लगे है। मंगलवार की रात प्लाट पर वाहन लगाने को लेकर विवाद हो गया। एसडीएम ने पुलिस बल के साथ मौके पर पहुचे। उसके बाद मेडिकल के लिए गैस सिलेंडर की गाड़ी को निकलवाया।

परतापुर के उद्योगपुरम में अग्रवाल का ऑक्सीजन प्लाट है। मंगलवार की रात प्लाट पर निजी अस्पतालों ने भी अपने वाहनों को ऑक्सीजन सिलेंडर लेने के लिए भेज दिया था। प्लाट में सिलेंडर कम होने पर चालक अपनी गाड़ी लगाने को लेकर भिड़ गए, जिसके चलते मेडिकल को सप्लाई देने वाली गाड़ी रुक गई। एसडीएम ने परतापुर पुलिस के साथ प्लाट पर पहुंचकर मेडिकल को सप्लाई देने वाली गाड़ी को निकलवाया साथ ही मामला शात हुआ। इंस्पेक्टर नजीर अली का कहना है कि पुलिस के मौके पर पहुंचने पर ही विवाद शात हो गया था।

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