बुलंदशहर फर्जी एनकाउंटर में 25 हजारी सेवानिवृत्त सीओ ने कोर्ट में किया आत्मसमर्पण
बुलंदशहर फर्जी एनकाउंटर फर्जी एनकाउंटर में फरार चल रहे सेवानिवृत्त सीओ रणधीर सिंह ने 25 हजार का इनाम घोषित होते ही बुधवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। गिरफ्तारी न होने पर एसएसपी ने किया था इनाम घोषित।
बुलंदशहर, जेएनएन। फर्जी एनकाउंटर में फरार चल रहे सेवानिवृत्त सीओ रणधीर सिंह ने 25 हजार का इनाम घोषित होते ही बुधवार को कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। कोर्ट से उन्हें न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया। फर्जी एनकाउंटर में सेवानिवृत्त सीओ, एक दारोगा समेत आठ पुलिसकर्मी जेल जा चुके हैं।
यह था पूरा मामला
तीन अगस्त 2002 को सिकंदराबाद क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ में सहपानी गांव निवासी बीटेक के छात्र प्रदीप कुमार पुत्र यशपाल की गोली लगने से मौत हो गई थी। यशपाल ने तत्कालीन सिकंदराबाद कोतवाल एवं सेवानिवृत्त सीओ रणधीर सिंह समेत कई पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। फरार सेवानिवृत्त सीओ की गिरफ्तारी नहीं होने पर सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार पर सात लाख का अंतरिम जुर्माना लगाया था और 20 अक्टूबर को अगली सुनवाई से पहले आरोपित की गिरफ्तारी के आदेश दिए थे। सुप्रीम कोर्ट के कड़े रुख को देखते हुए मंगलवार को एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने फरार सेवानिवृत्त सीओ पर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित कर दिया था। इनाम घोषित होते ही बुधवार सुबह आरोपित सेवानिवृत्त सीओ रणधीर ङ्क्षसह ने अपने अधिवक्ता के साथ जाकर सीजेएम कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। न्यायाधीश ने रणधीर सिंह को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए। इसके बाद नगर पुलिस ने उन्हें जेल भेज दिया। बता दें कि इस मामले में सभी आरोपितों के खिलाफ कोर्ट से वारंट जारी हुए थे। जिसके बाद आरोपित पुलिसकर्मी संजीव कुमार, मनोज कुमार, जितेंद्र सिंह, सतेंद्र, तोताराम, रघुराज और जीप चालक श्रीपाल ने अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया था, लेकिन सीओ हाजिर नहीं हुए थे।
गैर जनपदों में खोजती रही पुलिस
रणधीर सिंह की तलाश में दो टीमों ने ग्वालियर (मध्यप्रदेश), झांसी, इटावा, टीकमगढ, आगरा, नोएडा और गाजियाबाद जिलों में दबिश दी थी। एसपी सिटी सुरेंद्र नाथ तिवारी ने बताया कि 2017 में सीजेएम कोर्ट ने वारंट जारी किए थे। 14 सितंबर को उनके आगरा जनपद के पैतृक गांव बागसुजान थाना कागारौल और हाल निवासी 44, अवंतिका थाना कविनगर गाजियाबाद जनपद में कुर्की नोटिस चस्पा किए गए थे। दो माह पूर्व उनके बेटे से भी पूछताछ की गई थी।
पत्नी बेटे से संबंध विच्छेद
रिटायर सीओ रणधीर सिंह पर पुलिस का शिकंजा कसता देख पत्नी ने कोर्ट के माध्यम से संबंध विच्छेद कर लिए थे। तमाम प्रापर्टी भी पत्नी के नाम है। सीओ सिटी ने बताया कि संबंध विच्छेद की कार्रवाई अधूरी है और पुलिस के शिकंजे से बचने के लिए कानूनी प्रक्रिया की गई है।