यूजी और एलएलबी में रजिस्ट्रेशन बंद.. प्रवेश 25 नवंबर से
चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध कालेजों में संचालित स्नातक प्रथम वर्ष और एलएलबी तीन वर्षीय पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बंद हो गई है। जिन छात्र- छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन के बाद कालेजों में आफरलेटर जमा कर दिया है।
मेरठ, जेएनएन। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय और उससे संबद्ध कालेजों में संचालित स्नातक प्रथम वर्ष और एलएलबी तीन वर्षीय पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया बंद हो गई है। जिन छात्र- छात्राओं ने रजिस्ट्रेशन के बाद कालेजों में आफरलेटर जमा कर दिया है। ऐसे छात्र-छात्राएं 25 नवंबर से 27 नवंबर तक प्रवेश ले सकेंगे। पहले विश्वविद्यालय की ओर से 24 नवंबर से प्रवेश की तिथि तय की गई थी। 24 को अवकाश होने के कारण प्रवेश की तिथि बदल दी गई है। कालेज ब्लैक आफर लेटर से ओपन मेरिट बनाकर प्रवेश लेंगे। 27 नवंबर तक कालेज प्रवेश लेने के बाद कनफर्म भी करेंगे।
राष्ट्रीय छात्रवृत्ति के लिए 30 नवंबर तक करें आवेदन : जिला दिव्यांगजन सशक्तिकरण अधिकारी अनिल त्यागी ने बताया कि दिव्यांग छात्र-छात्राओं को राष्ट्रीय छात्रवृत्ति प्रदान किया जाएगा। इसके लिए पात्र छात्र-छात्राओं को 30 नवंबर तक आवेदन करना होगा। योजना के तहत जनपद में सौ दिव्यांग छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति प्रदान की जाएगी। आवेदक समस्त शैक्षणिक संस्थानों के नोडल अधिकारी का आधार बेस डेमोग्राफिक आथटिंकेशन के साथ-साथ प्रत्येक आवेदन पत्र का आधार नवंबर आवेदन में अनिवार्य रूप से भरा जाएगा। छात्रवृत्ति पोर्टल www.ह्यष्द्धश्रद्यड्डह्मह्यद्धद्बश्चह्य.द्दश्र1.द्बठ्ठ पर किया जा सकता है। विस्तृत दिशा-निर्देश एसओपी पोर्टल पर उपलब्ध है। अधिकारी ने बताया कि क्षेत्रीय उच्च शिक्षाधिकारी व जिला विद्यालय निरीक्षक और जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के साथ सभी संस्थानों को इस संबंध में अवगत कराया गया है। साथ ही पात्र छात्र-छात्राओं को आवेदन कराने के लिए कहा गया है।
मार्कशीट अपलोड करें, अन्यथा नहीं मिलेगा प्रवेश : चौधरी चरण सिंह विवि से संबद्ध कालेजों में संचालित एमएड प्रवेश के लिए काउंसिलिग शुरू होने वाली है। इसमें जिन छात्र-छात्राओं ने बीएड की मार्कशीट विश्वविद्यालय के पोर्टल पर अपलोड नहीं किया था। उनकी रिजेक्शन जारी आ गई है। ऐसे छात्र-छात्राओं को अपनी मार्कशीट और अन्य प्रमाणपत्र अपलोड करने के लिए 24 से 26 नवंबर तक पोर्टल खोल दिया गया है। पोर्टल पर प्रमाणपत्र अपलोड नहीं होने पर छात्र- छात्राओं को एमएड में प्रवेश से वंचित होना पड़ सकता है। ऐसे छात्रों को एमएड की काउंसिलिग से बाहर किया जा सकता है।