वेतन न मिलने पर बिल्डिंग पर चढ़ी महिला होमगार्ड, हंगामा
दीवाली पर वेतन नहीं मिलने से क्षुब्ध महिला होमगार्ड मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) भवन की छत पर चढ़ गई और कूदकर जान देने की चेतावनी देते हुए हंगामा शुरू कर दिया। ऊपर से पत्थर भी फेंके। बेहोशी की हालत में उसे नीचे उतारा गया और अस्पताल ले जाया गया।
मेरठ । दीवाली पर वेतन नहीं मिलने से क्षुब्ध महिला होमगार्ड मेरठ विकास प्राधिकरण (एमडीए) भवन की छत पर चढ़ गई और कूदकर जान देने की चेतावनी देते हुए हंगामा शुरू कर दिया। ऊपर से पत्थर भी फेंके। बेहोशी की हालत में उसे नीचे उतारा गया और अस्पताल ले जाया गया।
1288 नंबर की महिला होमगार्ड कविता गहलौत की ड्यूटी महिला थाने में चल रही है। मंगलवार दोपहर वह थाने के सामने एमडीए की तीसरी मंजिल पर चढ़ गई और हंगामा शुरू कर दिया। लोग उसे उतारने के लिए ऊपर की ओर दौड़े तो उसने ऊपर से कूदकर आत्महत्या करने की चेतावनी दी। लोगों ने कारण जाना तो उसने बताया कि उसे दीवाली पर अक्टूबर का वेतन नहीं दिया गया है। अचानक महिला होमगार्ड ने ऊपर से पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। इससे अफरा-तफरी मच गई। मौके पर महिला थाना प्रभारी नेहा चौहान पहुंची और उससे नीचे उतरने की गुजारिश की, परंतु वह नहीं मानी। इसी बीच महिला का पति वहां पहुंचा और मान-मनौव्वल करने लगा। इसी बीच महिला हंगामा करते हुए बेहोश हो गई। इसके बाद पति व अन्य लोग ऊपर पहुंचे और बेहोशी की हालत में अस्पताल में भर्ती कराया। कुछ देर बाद उसे होश आया तो पति घर लेकर चला गया। वह सदर क्षेत्र में किराये पर रहती है। बजट नहीं होने के कारण नहीं हुआ भुगतान
होमगार्ड जिला कमांडेंट सुधा शंकर आचार्य ने बताया कि कुल 2100 होमगार्ड हैं, जिनमें 100 महिलाएं हैं। उनके पास 90 लाख रुपये का बजट था। पहले 375 रुपये प्रतिदिन के हिसाब से वेतन मिलता था। करीब दो माह पूर्व यह राशि 500 रुपये कर दी गई है। इस हिसाब से बजट कम पड़ गया, जिसके चलते 324 होमगार्डो को अक्टूबर का वेतन नहीं दिया जा सका। शासन से बजट की मांग की गई है। महिला का अक्टूबर का वेतन बकाया है। बजट आते ही दे दिया जाएगा। हंगामा करने पर उससे जवाब-तलब किया जाएगा। फूल गए थे हाथ-पांव
महिला होमगार्ड जब आत्महत्या की चेतावनी दे रही थी तो अधिकारियों के हाथ-पांव फूल गए थे। एसपी सिटी रणविजय सिंह को भी मामले की सूचना दी गई। उन्होंने निर्देश दिए कि महिला को किसी तरह समझा-बुझाकर नीचे उतारा जाए। फायर ब्रिगेड आदि का इंतजाम किया ही जा रहा था कि महिला बेहोश हो गई और उसे नीचे उतारा गया।