बिजनौर में दो निजी आइटीआइ की मान्यता समाप्त, इन कमियों के बाद उठाया कदम Bijnore News
बिजनौर में दो निजी आइटीआइ के निरीक्षण में पाया कि संस्थान में बिजली का कनेक्शन भी नहीं था और ना ही अन्य मानक पूरे थे। संयुक्त निदेशक ने अपनी रिपोर्ट कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार को भेज दी। इनकी मान्यता को रद कर दिया गया है।
बिजनौर, जेएनएन। केंद्र सरकार के मानक पूरे नहीं करने पर नजीबाबाद तहसील क्षेत्र में संचालित दो निजी आइटीआइ की मान्यता समाप्त कर दी गई। इस कार्रवाई के बाद साल 2020 में इन दोनों आइटीआइ में प्रवेश की अनुमति भी नहीं दी गई है। नजीबाबाद तहसील में संचालित ग्रेटर वैली आइटीआइ संचालित है। इस आइटीआइ में कंप्यूटर ऑपरेटर कम प्रोग्रामिंग असिस्टेंट की 144 तथा इलेक्ट्रिशियन ट्रेड की 240 सीट थी और इसी परिसर में संचालित दया मेडिकल साइंस जिसमें हेल्थ सैनिटरी इंस्पेक्टर कि 216 सीट थी। वर्ष 2018 में इन दोनों आइटीआइ का निरीक्षण करने पहुंचे बिजनौर आइटीआइ के तत्कालीन प्रधानाचार्य को प्रबंधन तंत्र ने निरीक्षण नहीं करने दिया, बल्कि इस आइटीआइ के स्वामी द्वारा मानक पूरे ना होने के कारण संस्थान में ताला लगाकर निरीक्षण कराने से इंकार कर दिया था।
यह कमियां पाई गई थी
सूत्रों का कहना है कि इस मामले में भेजी गई प्रारंभिक रिपोर्ट को गंभीरता से लेते हुए केंद्र सरकार ने मुरादाबाद मंडल के आइटीआइ के संयुक्त निदेशक एमआर उस्मानी को इस प्रकरण की विस्तृत रिपोर्ट सौंपी। संयुक्त निदेशक एमआर उस्मानी ने निरीक्षण में पाया कि संस्थान में बिजली का कनेक्शन भी नहीं था और ना ही अन्य मानक पूरे थे। संयुक्त निदेशक ने अपनी रिपोर्ट कार्रवाई के लिए केंद्र सरकार को भेज दी। इस रिपोर्ट के आधार पर केंद्र सरकार ने इन दोनों संस्थान की मान्यता समाप्त कर दी। उधर संयुक्त निदेशक ने इन दोनों आइटीआइ की मान्यता समाप्त किए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि यह दोनों आइटीआइ वर्ष 2019 के प्रवेश लेने वाले अभ्यर्थियों का प्रशिक्षण पूर्ण कराकर उनकी परीक्षा कराएगी। वर्ष 2020 से प्रवेश की अनुमति इन्हें नहीं दी गई है।