Mahapanchayat in Muzaffarnagar: राजा का विरोध विद्रोह, हम विद्रोही नहीं, महापंचायत में बोले गठवाला खाप के मुखिया राजेंद्र सिंह

मुजफ्फरनगर में रविवार को हुई महापंचायत में गठवाला खाप के मुखिया राजेंद्र सिंह का जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सम्मान करते हैं। वैसे भी राजा का विरोध विद्रोह है। हम विद्रोही नहीं हैं। किसान केवल अपनी मांग रख रहे हैं।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Mon, 27 Sep 2021 09:00 AM (IST) Updated:Mon, 27 Sep 2021 09:00 AM (IST)
Mahapanchayat in Muzaffarnagar: राजा का विरोध विद्रोह, हम विद्रोही नहीं, महापंचायत में बोले गठवाला खाप के मुखिया राजेंद्र सिंह
मुजफ्फरनगर में रविवार को हुई महापंचायत में गठवाला खाप के मुखिया राजेंद्र सिंह का जोरदार स्वागत किया गया।

मुजफ्फरनगर, जागरण संवाददाता। संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर बीते दिनों राजकीय इंटर कालेज के मैदान में हुई महापंचायत से किनारा करने वाले गठवाला खाप के चौधरी राजेंद्र सिंह ने कहा कि असली महापंचायत आज हुई है। किसान खुले मैदान में जमीन पर बैठे हैं। देश में सरकार उसकी रहेगी जो अन्नदाता के बारे में सोचेगा।

सरकार को किसानों के बारे में सोचना चाहिए

गठवाला खाप के मुखिया राजेंद्र सिंह का मंच पर जोरदार स्वागत किया गया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सम्मान करते हैं। वैसे भी राजा का विरोध विद्रोह है। हम विद्रोही नहीं हैं। किसान केवल अपनी मांग रख रहे हैं। सरकार को किसानों की सोचनी चाहिए। किसानहित में यदि जल्द ही घोषणा नहीं हुई तो एक सप्ताह बाद आगे की रणनीति के लिए निर्णय लिए जाएंगे। ऐसा भी हो सकता है कि लखनऊ में धरना देना पड़े। उन्होंने कहा कि आज की महापंचायत में खुला मंच है, टेंट है न संसाधन। आज जो महापंचायत में आए हैं वह पीडि़त किसान हैं। सरकार को कम से कम 20 पैसे प्रति किलो प्रति साल के हिसाब से गन्ना मूल्य बढ़ाना चाहिए। इस हिसाब से कम से कम 80 रुपये बढ़ाने चाहिए। महंगाई बढ़ रही है, बिजली के दाम आसमान पर हैं। बिजली विभाग में बगैर पैसे कुछ नहीं होता है। बेसहारा पशु और बेसहारा गोवंश किसान के लिए बड़ी समस्या है। किसान का उत्पीडऩ या अपमान हुआ तो हम भी तैयार हैं

किसान नेता संजीव त्यागी ने कहा कि चार साल से गन्ना मूल्य नहीं बढ़ाया गया, इसे ध्यान में रखते हुए दाम तय किया जाएं। किसान खेत में मेहनत-मजदूरी करता है। गन्ने का दाम तीन-सवा तीन रुपये किलो है, इस दाम में मिट्टी भी नहीं मिलती है। गन्ने पर लगातार लागत बढ़ रही है। कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंद मजदूर किसान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल सिंह ने की।

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