मेडिकल कालेज की असलियत: इलाज की गुहार लगाता रहा लैब टेक्नीशियन, आक्सीजन मिली न इलाज, डाक्टरों के इंतजार में पथरा गईं आंखें

बेनकाब हुई मेरठ मेड‍िकल कालेज की अ‍संवेदनशीलता अपने लैब टेक्नीशियन को नहीं बचा पाए आम मरीजों का क्या हाल होगा। 15 को भर्ती हुआ था 18 को पहली बार डाक्टर ने दी दवा । वीडियो वायरल कर खोली थी पोल आक्सीजन न मिलने से मौत का आरोप।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Thu, 22 Apr 2021 06:00 AM (IST) Updated:Thu, 22 Apr 2021 06:00 AM (IST)
मेडिकल कालेज की असलियत: इलाज की गुहार लगाता रहा लैब टेक्नीशियन, आक्सीजन मिली न इलाज, डाक्टरों के इंतजार में पथरा गईं आंखें
अब्दुल्लापुर हेल्थ सेंटर के लैब टेक्नीशियन की कोरोना वायरस से मौत

मेरठ, जेएनएन। कोरोना ने एक युवा स्वास्थ्यकर्मी की बलि ले ली। साथ ही मेडिकल कालेज की असंवेदनशीलता को भी बेनकाब कर दिया। 32 साल का लैब टेक्नीशियन अपने इलाज की गुहार लगाता रहा। वीडियो भी जारी किया गया। आक्सीजन मिला न इलाज। डाक्टरों के इंतजार में पथराई उसकी आंखें आखिर बंद हो गईं। स्वास्थ्य विभाग भी अपने कर्मचारी के साथ इंसाफ नहीं कर पाया। युवक अपने पीछे छह माह के जुड़वां बच्चे छोड़ गया है। स्वजन का आरोप है कि उसे ऐसे वार्ड में शिफ्ट कर दिया, जहां आक्सीजन नहीं थी। इसी के चलते उसकी मौत हुई।

पंद्रह को हुआ था भर्ती

अब्दुल्लापुर स्वास्थ्य केंद्र पर कार्यरत अंशुल 15 अप्रैल को कोरोना पाजिटिव मिलने पर मेडिकल कालेज में भर्ती हुआ। वार्ड में भारी भीड़ थी लेकिन सब्र बांधा। दो दिन डाक्टरों का इंतजार किया। रविवार को उसने वीडियो बनाकर वायरल कर दिया। वीडियो में वह कह रहा है कि-ये मेरे जैसे स्वास्थ्यकर्मी का इलाज नहीं कर रहे, आम आदमी की क्या हालत होती होगी। वीडियो में युवक की सांस फूलती दिख रही है। डाक्टर आते हैं और पल्स देखकर चले जाते हैं। कोई दवा और इंजेक्शन नहीं दिया जा रहा। वीडियो में उसका दर्द साफ देखा जा सकता है। पहली बार 18 अप्रैल को डाक्टरों ने उसे दवा दी।

बाद में जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डा. प्रवीण गौतम ने मेडिकल कालेज के डाक्टरों से उसका इलाज करने को कहा। एक दिन रेमडेसिविर इंजेक्शन भी लगा, लेकिन बाद में कोई देखभाल नहीं हुई। मृतक लैब टेक्नीशियन के साथियों ने ऐसी फोटो वायरल की है, जो वार्ड में अंतिम दिनों की है। यहां आक्सीजन आपूर्ति की कोई पाइपलाइन नहीं दिख रही। उनका आरोप है कि युवक की मौत आक्सीजन न मिलने से हुई है। लैब टेक्नीशियनों में भारी आक्रोश है।

प्राचार्य डा. ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा कि कोविड मरीजों की सीसीटीवी से नियमित मानीटरिंग हो रही है। वीडियो का विश्लेषण किया जा रहा है। मौत की वजहों की भी रिपोर्ट तलब की गई है। 

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