दिव्यांग रवि ने हौसले के दम पर भरी सफलता की उड़ान, दौड़ व भाला फेंक में राष्ट्रीय स्तर पर पाई कामयाबी

किशोर अवस्था में हुई एक घटना ने रवि ठाकुर को झकझोर दिया। 12 साल पहले हुए एक हादसे में अपना एक हाथ गंवा बैठे लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। बुलंद हौसले के बूते उन्होंने दौड़ व भाला फेंक में मेडल हासिल कर अपना अलग मुकाम बनाया।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Sat, 18 Sep 2021 07:09 PM (IST) Updated:Sat, 18 Sep 2021 07:09 PM (IST)
दिव्यांग रवि ने हौसले के दम पर भरी सफलता की उड़ान, दौड़ व भाला फेंक में राष्ट्रीय स्तर पर पाई कामयाबी
भाला फेंकते देवबंद निवासी दिव्यांग एथलीट रवि

सहारनपुर, जागरण संवाददाता। देवबंद के रणखंडी गांव निवासी दिव्यांग रवि ठाकुर को देखकर यह पंक्तियां बरबस ही याद आ जाती हैं, मंजि़लें उन्हीं को मिलती है जिनके सपनों में जान होती है, सिर्फ पंखों से कुछ नहीं होता, हौसले से उड़ान होती है। किशोर अवस्था में हुई एक घटना ने उन्हें झकझोर दिया। किसान परिवार में जन्मे 25 वर्षीय रवि ठाकुर 12 साल पहले हुए एक हादसे में अपना एक हाथ गंवा बैठे, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी अपने बुलंद हौसले के बूते उन्होंने पढ़ाई जारी रखते हुए कानपुर युनिवर्सिटी से बीएससी एग्रीकल्चर पूर्ण की। साथ ही खेलों में रूचि के चलते दौड़ व भाला फेंक में दक्षता हासिल की और राष्ट्रीय व राज्य स्तरीय प्रतियोगिताओं में मेडल हासिल कर अपना अलग मुकाम बनाया और जिले का नाम रोशन किया।

बच्चों को देते हैं मुफ्त खेलों का प्रशिक्षण

इतना ही नहीं रवि ठाकुर गांव में स्पोर्ट्स डिफेंस वारियर एकेडमी का संचालन करते है। बच्चों को मुफ्त खेलों का प्रशिक्षण देने के साथ ही बच्चों को रोजगारपरक शिक्षा मुफ्त दी जाती है। बकौल रवि ठाकुर गांव वालों के सहयोग से एकेडमी बखूबी चल रही है और इसमें गरीब, बेसहारा व दिव्यांग बच्चों को प्रशिक्षण देने का काम किया जाता है।

सरकार दे ध्यान तो खेल प्रतिभाओं में आए निखार

रवि ठाकुर पिछले 10 सालों से दिल्ली में ट्रेनिंग कर रहे हैंं। कोविड के दौरान वह गांव लौट आए थे और तभी से वह पूरा ध्यान में गांव में चलने वाली एकेडमी की तरफ दे रहे हैं। रवि ठाकुर ने बताया कि उनका लक्ष्य युवाओं को रोजगार व खेलों से जोडऩा है। संस्था में 100 से ज्यादा युवाओं को खेलों के साथ ही अन्य विभागों में रोजगार पाने को ट्रेनिंग दी जाती है। साथ ही खेलों का प्रशिक्षण दिया जाता है। रवि ठाकुर का कहना है कि खेलों में उभरने वाली प्रतिभाओं की तरफ सरकार को ध्यान देना चाहिए। जिससे कि खेल प्रतिभाओं में निखार आ सके। बताया कि फिलहाल वह एशियन गेम्स के लिए तैयारी कर रहे है।

ये मेडल किए हासिल

2017 में स्टेट चैंपियनशिप (दौड़) में दो गोल्ड मेडल

2018 में स्टेट चैंपियनशिप (दौड़) में दो गोल्ड मेडल

2019 में स्टेट चैंपियनशिप (भाला फेंक) में तीन गोल्ड मेडल

2021 में नेशनल चैंपियनशिप में कांस्य पदक।

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