रैपिड रेल कारिडोर : सौर ऊर्जा आपूर्ति के लिए एनसीआरटीसी और एसईसीआइ में हुआ करार
Delhi Meerut Rapid Rail Corridor दिल्ली गाजियाबाद मेरठ रैपिड रेल कारिडोर में सौर ऊर्जा आपूर्ति के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) और भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआइ) के बीच समझौते पर हस्ताक्षर हो गए ।
मेरठ, जेएनएन। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कारिडोर में सौर ऊर्जा आपूर्ति के लिए राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) और भारतीय सौर ऊर्जा निगम (एसईसीआइ) के बीच समझौते पर हस्ताक्षर हुए। एसईसीआइ के सीएमडी व भारत सरकार में सचिव मत्स्य पालन जङ्क्षतद्र नाथ स्वैन और एनसीआरटीसी के प्रबंधक निदेशक विनय कुमार ङ्क्षसह के बीच एनसीआरटीसी के विद्युत अनुभाग के निदेशक महेंद्र कुमार व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति में समझौते ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए।
एसईसीआइ अक्षय ऊर्जा क्षेत्र की सर्वोच्च संस्था होने के नाते दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ कारिडोर के लिए चौबीस घंटे एनसीआरटीसी को मिश्रित अक्षय ऊर्जा की व्यवस्था करने में मदद करेगी। भविष्य के अन्य आरआरटीएस कारिडोर में भी सहयोग करेगी। अक्षय ऊर्जा के उपयोग के अलावा बिजली पर खर्च में और कार्बन उत्सर्जन में काफी कमी आएगी।
कारिडोर के लिए यह है सौर ऊर्जा का लक्ष्य
1. एनसीआरटीसी दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ आरआरटीएस कारिडोर के स्टेशनों और डिपो पर सौर पैनलों को स्थापित करेगा।
2. एनसीआरटीसी का लक्ष्य न्यूनतम 10 मेगावाट अक्षय ऊर्जा उत्पन्न करने का है।
3. दिल्ली मेरठ आरआरटीएस कारिडोर की कुल ऊर्जा आवश्यकता का 40 फीसद ऊर्जा इस समझौते के तहत प्राप्त करने का लक्ष्य है।
4. सभी आरआरटीएस स्टेशन और उनके परिसर, डिपो, कार्यालय स्थान और ट्रेनें ऊर्जा की बचत करने वाली एलईडी लाइटों से सुसज्जित होंगी।