Ramdan 2021: पहले रोजे से शुरू हुआ इबादत और दुआओं का दौर, घरों में हो रही नमाज Meerut News

रमजान के पहले दिन से इबादत का दौर शुरू हो गया। घंटाघर और खैरनगर में खाने-पीने की दुकानों पर शाम को भीड़ जुटी। मस्जिदों में पांच से अधिक लोगों को नमाज की अनुमति नहीं होने पर लोगों ने घरों में नमाज अदा की।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Thu, 15 Apr 2021 08:56 AM (IST) Updated:Thu, 15 Apr 2021 08:56 AM (IST)
Ramdan 2021: पहले रोजे से शुरू हुआ इबादत और दुआओं का दौर, घरों में हो रही नमाज Meerut News
मेरठ में रमदान की नवाज घरों में हुई।

मेरठ, जेएनएन। रमजान के पहले दिन से इबादत का दौर शुरू हो गया। घंटाघर और खैरनगर में खाने-पीने की दुकानों पर शाम को भीड़ जुटी। मस्जिदों में पांच से अधिक लोगों को नमाज की अनुमति नहीं होने पर लोगों ने घरों में नमाज अदा की। कोतवाली स्थित जामा मस्जिद, इमलियान और खैरनगर हौज वाली मस्जिद में लोग पहुंचे लेकिन गेट बंद होने से लौटना पड़ा। बुधवार को गर्मी ने रोजेदारों का इम्तिहान लिया। दोपहर में गर्म हवा के साथ सूरज की तपिश जोरों पर रही। ईशा की नमाज के बाद तरावीह के दौरान कई मस्जिदों में ज्यादा लोग भी नजर आए।

शहर काजी जैनुस साजिदीन ने कहा कि शासन ने अभी केवल पांच व्यक्तिों को मस्जिदों में नमाज पढ़ने की इजाजत दी है। इससे अधिक लोगों के प्रवेश का कोई फैसला अभी नहीं आया है। उन्होंने बताया कि मंगलवार को देर शाम हुई वीडियो कांफ्रेंसिंग में मुख्यमंत्री से उलमा ने गुजारिश की थी कि जहां मस्जिदों में बड़ा खुला स्थान है वहां पर 100 लोगों को नमाज पढ़ने की अनुमति दी जाए।

शहर काजी ने कहा कि छप्पर वाली मस्जिद में उन्होंने कोरोना महामारी से निजात के लिए दुआ कराई। जो बीमार हैं उनकी दुरुस्त होने की दुआ की गई। घर से बाहर बिना मास्क के न निकलने की अपील की। कारी शफीकउर्रहमान ने कहा कि रमजान और नवरात्र के दौरान आपसी सौहार्द्र बनाए रखने की जरूरत है। बुजुर्ग और बच्चों को बाहर निकलने से बचना चाहिए। 

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