शहीद के घर पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा, भाजपा पार्टी के चचा जान हैं असदुद्दीन ओवैसी

भाकियू नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि असदुद्दीन ओवैसी भाजपा का ही चेहरा है। बोले गांवों में चर्चा है कि भाजपा का ओवैसी छोटा भाई है। कंकरखेड़ा में शहीद मेजर के घर पहुंचे थे टिकैत शहीद को दी श्रद्धांजलि।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Wed, 15 Sep 2021 06:05 PM (IST) Updated:Wed, 15 Sep 2021 06:05 PM (IST)
शहीद के घर पहुंचे राकेश टिकैत ने कहा, भाजपा पार्टी के चचा जान हैं असदुद्दीन ओवैसी
कंकरखेड़ा में शहीद मेजर के घर पहुंचे राकेश टिकैत।

मेरठ, जेएनएन। कंकरखेड़ा की शिवलोकपुरी कालोनी में बुधवार को भाकियू के प्रवक्ता राकेश टिकैत शहीद के घर पहुंचे। जहां शहीद की मां, मामा और अन्य रिश्तेदारों से मिलकर सांत्वना दी। शहीदी मेजर मयंक विश्नोई के चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। वहीं मीडिया से बातचीत में टिकैत ने कहा कि एआइएमआइएम के नेता असदुद्दीन ओवैसी भाजपा पार्टी के चचा जान हैं। जहां भी चुनाव होता है, वहीं भाजपा के अंडर कवर होकर ओवैसी चुनाव लड़ने पहुंच जाते हैं।

कंकरखेड़ा में शहीद मेजर मयंक विश्नोई के घर पहुंचे भाकियू नेता राकेश टिकैत ने मीडिया से बातचीत में कहा कि असदुद्दीन ओवैसी भाजपा का ही चेहरा है। भाजपा बड़े भाई की भूमिका में है और ओवैसी छोटे भाई की भूमिका अदा करते हैं, जिस वजह से वह भाजपा के चचा जान हैं। सवाल का जबाव देते हुए टिकैत बोले कि उत्तर प्रदेश के आने वाले विधानसभा चुनाव में संयुक्त किसान मोर्चा किसी भी तरह का कोई चुनाव नहीं लड़ेगा। वैसे तो आने वाले चुनाव के लिए जिस तरह से बाहर से आकर ओवैसी यूपी में पैंठ जमा रहें हैं, उससे बड़ा भाई यानि भाजपा को फायदा होगा। हम वोटर हैं, जिसे हमारा मन करेगा, उसी को वोट करेंगे।

सरकार से बातचीत के रास्ते खुले, मगर कंडीशनल होगी बातचीत

टिकैत ने कृषि कानून पर बातचीत में कहा कि सरकार से हम बात करने को तैयार हैं। मगर, बातचीत कंडीशन होगी। ऐसा नहीं होगा, जिससे सरकार कृषि कानून बिल खत्म न करने की बात कहे और अपने तरीके से समझौते के स्टांप पेपर पर हमसे स्टैंप लगवा ले। मध्य प्रदेश में 127 मंडी बिकने की कगार पर हैं। वहां के किसानों की हालत खराब है।

किसानों को गन्ने का भुगतान करे सरकार, गन्ने का रेट भी बढ़ाए

भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत बोले कि उत्तर प्रदेश सरकार गन्ना किसानों का बकाया भुगतान करे। गन्ने का रेट बढ़ाया जाए। आलू की फसल के भी बाजिव दाम मिलें, ताकि आलू की बुवाई करने वाले किसान को बारिश हुए नुकसान की भरपाई हो सकी। एमएसपी के नाम पर भ्रष्टाचार हो रहा है। जो भ्रष्टाचार कर रहे हैं, उन पर पैनी नजर रखकर कार्रवाई हो।

शरारती तत्व संगठन का नाम कर रहे बदनाम

भाकियू संगठन के नाम पर कुछ शरारती तत्व हैं, संगठन को बदनाम करने की कोशिश कर रहे हैं। पिछले दिनों सिवाया टोल प्लाजा पर भी कुछ लोगों ने टोल कर्मियों और संप्रदाय विशेष के चार युवकों से मारपीट की थी, जिसमें भाकियू के कार्यकर्ताओं का नाम प्रकाश में आया था। इस पर भाकियू प्रवक्ता राकेश टिकैत ने साफ कर दिया है कि जाे संगठन का नाम बदनाम कर रहे हैं, उन्हें चिंहित किया जा रहा है। ऐसे लोगों की प्रशासन स्तर अथवा संगठन के स्तर से जांच कर कार्रवाई होगी।

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