राज्यसभा सदस्य विजयपाल तोमर ने कहा नए सत्र से पहले गन्ना किसानों को मिलेगा तोहफा
उत्तर प्रदेश में सरकार के साढ़े चार साल पूरा होने पर राज्यसभा सदस्य ने प्रेस वार्ता में कहा मोदी-योगी न होते तो गन्ना किसान हो जाता बर्बाद। गन्ना किसानों का 80 फीसद भुगतान नए सत्र से पहले किसानों को मिलेगा तोहफा।
मेरठ, जेएनएन। राज्यसभा सदस्य विजयपाल तोमर ने कहा है किसान आंदोलन भ्रामक तरीके से चलाया जा रहा है। गत दिनों मुजफ्फरनगर में आयोजित महापंचायत में यूपी के नहीं, बल्कि हरियाणा और दिल्ली के किसान पहुंचे थे। दावा किया कि मोदी और योगी की सरकार न होती तो किसान गन्ना बोने से तौबा कर लेता। आज यूपी में किसानों के गन्ना मूल्य का 86 फीसद भुगतान किया जा चुका है। अपराधियों और माफियाओं पर अंकुश होने से प्रदेश विकास पथ पर दौड़ रहा है।
चारों तरफ एक्सप्रेस वे का नेटवर्क
उत्तर प्रदेश में सरकार के साढ़े चार साल पूरा होने पर प्रेस वार्ता करते हुए राज्यसभा सदस्य ने कहा कि चारों तरफ एक्सप्रेस वे का नेटवर्क फैलाया जा रहा है। विजयपाल ने कहा कि किसानों के हक की बात करने वालों के कार्यकाल में किसानों का भारी बकाया था, जिसकी वजह से उन्होंने गन्ने की खेती बंद कर दी थी। मोदी और योगी ने गन्ने का रिकॉर्ड भुगतान कर किसानों को आगे बढ़ाया है।
राज्यसभा सदस्य ने कहा कि लागत से दोगुना भुगतान किसानों को दिया गया। उनकी नकदी क्षमता बढ़ाने पर फ़ोकस किया जा रहा है। बड़े पैमाने उत्पादों की खरीद हुई है। गन्ना सत्र शुरू होने से पहले किसानों को पूरा भुगतान कर दिया जाएगा। किसान आंदोलन और मुजफ्फरपुर महापंचायत पर कहा कि इसमें ज्यादातर दिल्ली और हरियाणा के किसान ज्यादा थे। यूपी का किसान योगी सरकार से संतुष्ट है। वो कोरोनाकाल मे अस्पतालों में घूमने वाले पहले सीएम बने हैं।
यूपी में बैठा कनवर्टर का उद्योग
राज्यसभा सदस्य तोमर ने कहा उत्तर प्रदेश में अब 20 घंटे बिजली मिलती है। शहरों में 20, गांवों में नियमित रूप से 18 घंटे बिजली आ रही है। यूपी में बिजली की बेहतर आपूर्ति से इंवरटर, डीजल का कारोबार बंद पड़ा है। देश में यूपी सबसे बेहतर बिजली आपूर्ति की जा रही है। सरकार बिजली के लिए कॉरपोरेशन को अनुदान दे रही है। किसानों को जल्द ही सस्ती बिजली दी जाएगी।
मेयर बताएं क्यों नहीं हुआ शहर का काम
तोमर ने शहर में जलभराव और समस्याओं को लेकर मेयर पर निशाना साधा। कहा मल्टीलेवल पार्किंग, स्मार्ट बस अड्डा, सड़कों का काम आगे नहीं बढ़ा। नगर निगम को साफ करना चाहिए कि शहर का विकास क्यों नहीं हो सका। आम आदमी पार्टी पर सवाल दागते हुए कहा कि तीस हजार बेड की घोषणा की गई, लेकिन कोई बेड नहीं बना। वो 300 यूनिट बिजली कैसे फ्री देंगे। दिल्ली में ऑक्सीजन का ऑडिट हुआ तो सरकार की पोल खुल गयी।