रजवाहा टूटा, सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न
रुहासा फाटक से दौ सौ मीटर की दूरी पर कपसाड़ गांव के जंगल में बुधवार देर रात चकसलावा रजवाहा टूटने से सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई।
मेरठ, जेएनएन। रुहासा फाटक से दौ सौ मीटर की दूरी पर कपसाड़ गांव के जंगल में बुधवार देर रात चकसलावा रजवाहा टूटने से सैकड़ों बीघा फसल जलमग्न हो गई। बुधवार देर रात करीब तीन बजे मिल को गन्ना डालने जा रहे किसानों को रजवाहा टूटने की जानकारी हुई। किसानों ने अधिकारियों से शिकायत की है।
कपसाड़ गांव निवासी सानू, ओमसिंह, अनिल, बल्लू, राजकुमार, अनिल, सुनील व हरवीर आदि किसानों ने बताया कि बुधवार देर रात कपसाड़ गांव के जंगल में चकसलावा रजवाहा टूटने से किसानों की कई बीघा फसल जलमग्न हो गई। जिसमें दर्जनों किसानों की गेहूं, सरसों व गन्ना की खड़ी फसल को लाखों का नुकसान पहुंचा है। उन्होंने बताया कि यह रजवाहा कपसाड़ चकबंदी से होते हुए बढ़कली को जाता है।
वहीं, जानकारी होने पर सींचपाल कुलदीप ने जिलेदार सतपाल सिंह को सूचना दी। किसानों का कहना है कि इससे पहले भी रजवाहा में पानी का बहाव तेज होने से दर्जनों किसानों की खड़ी फसल को नुकसान पहुंचा था। जिसकी शिकायत डीएम, एसडीएम सहित सिचाई विभाग के अधिकारियों को की थी, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। गेहूं की फसल पकने वाली है। वह जलभराव के कारण नष्ट हो जाएगी। खेत में जलभराव से गन्ने की बुवाई में भी देरी हो जाएगी। किसानों ने मामले की शिकायत डीएम व एसडीएम से करके मुआवजे की मांग की है। साथ ही संबंधित कर्मचारियों के खिलाफ लापरवाही बरतने पर कार्रवाई की मांग की है।
'एमएसपी पर खरीद गारंटी कानून बने': परीक्षितगढ़ ब्लाक के गांव बहादरपुर में किसानों का क्रमिक अनशन गुरुवार को दसवें दिन भी जारी रहा। वक्ताओं ने कहा कि एमएसपी पर खरीद की गारंटी का कानून न बनने तक जारी रहेगा आंदोलन। धरने का नेतृत्व किसान मजदूर मंडल अध्यक्ष चौ.रामबीर सिंह ने किया। क्रमिक अनशन लल्लू सिंह चौधरी, सतपाल सिंह, जितेंद्र चौधरी, चौ.रामवीर सिंह, बाबू आदि बैठे।