Rain Update: वेस्‍ट यूपी में 36 घंटे से बरस रहा पानी, कई स्‍थानों पर जलभराव से जनजीवन अस्तव्यस्त

Rain Update मेरठ में सोमवार की सुबह तक 75 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। अक्‍टूबर में इतनी अधिक बारिश सालों बाद देखी गई है। पूरे माह में सामान्‍य बारिश केवल 24 मिली मीटर है। कई स्‍थानों में जलभराव से लोगों को परेशानी हो रही है।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Mon, 18 Oct 2021 12:30 PM (IST) Updated:Mon, 18 Oct 2021 12:30 PM (IST)
Rain Update: वेस्‍ट यूपी में 36 घंटे से बरस रहा पानी, कई स्‍थानों पर जलभराव से जनजीवन अस्तव्यस्त
मेरठ और आसपास वर्षों बाद अक्टूबर में भारी बारिश।

मेरठ, जागरण संवाददाता। Rain Updateवातावरण में अधिक ऊंचाई पर भारी मात्रा में नमी का संचार होने से मेरठ में 36 घंटे से लगातार बारिश हो रही है। सोमवार की सुबह तक 75 मिलीमीटर बारिश हो चुकी है। अक्‍टूबर में इतनी अधिक बारिश सालों बाद देखी गई है। पूरे माह में सामान्‍य बारिश केवल 24 मिली मीटर है। लगातार बारिश से मौसम में गुलाबी ठंड घुल गई है। न्‍यूनतम तापमान 178 डिग्री दर्ज किया गया वहीं, जलभराव और बिजली की कटौती का भी सामना करना पड़ा है। रविवार की पूरी रात बारिश होती रही। मौसम विभाग के अनुसार दोपहर बाद बारिश की गतिविधियों में कमी आ सकती है। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार भारी बारिश से धान की फसल प्रभावित होगी। बेल प्रजाति की सब्‍जियां जैसे लौकी, तोरई, करेला को भी नुकसान होगा।

जगह-जगह जलभराव

मवाना : लगातार दूसरे दिन सोमवार भी बारिश होने से मवाना व आसपास इलाकों में जनजीवन अस्तव्यस्त होने लगा है। नगर में प्रमुख बाजार समेत कई इलाकों में जलभराव को चला है। जबकि ग्रामीण क्षेत्र भी अछूता नहीं है। मौसम में आए बदलाव के बाद रविवार से हो रही लगातार हवा के साथ हो रही बारिश दूसरे दिन सोमवार को भी जारी रही। जिससे नगर के प्रमुख बाजार व कई इलाकों में जलभराव हो गया। जिसके चलते ज्यादातर दुकानें भी अभी नहीं खुल सकी। जबकि 10 बजने के बाद भी ग्राहक बाजार से दूर दिखाई दिया।

वाहनों की भी आफत

चौहान चौक, सुभाष बाजार, हस्तिनापुर रोड, मिल रोड, गोल मार्केट में कई रास्तों पर जलभराव बना हुआ है। हस्तिनापुर रोड पर वाहन पानी से होकर जबकि दो पहिया वाहनों के लिए मुसीबत बनी गई। ग्रामीण इलाकों में भी संपर्क रास्ते व अन्य जगह जलभराव हो गया है। रविवार को पूरे दिन भले ही औसतन बारिश रही लेकिन मध्य रात हवा के साथ तेज बारिश हुई। जिससे पक कर तैयार धान की फसल गिर गई वही कटी पड़ी धान की फसल में भी पानी भर गया। जिससे हानि होने की संभावना बढ़ गई।

chat bot
आपका साथी