जींस रंगाई की छह अवैध फैक्ट्री सील, संचालक हुए रफूचक्कर, बागपत में प्रशासन ने की छापेमारी

बागपत के पुराना कस्बा में बड़े स्तर पर जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्रियों का संचालन किया जा रहा है। इससे प्रदूषण फैल रहा है। लोग बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। फैक्ट्रियों से निजात दिलाने के लिए लोगों ने अफसरों से शिकायत की थी।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Thu, 21 Oct 2021 05:16 PM (IST) Updated:Thu, 21 Oct 2021 05:16 PM (IST)
जींस रंगाई की छह अवैध फैक्ट्री सील, संचालक हुए रफूचक्कर, बागपत में प्रशासन ने की छापेमारी
जींस रंगाई की छह अवैध फैक्ट्री सील, बागपत में प्रशासन ने की छापेमारी

बागपत, जागरण संवाददाता। जिले में जल प्रदूषण का कारण बन रही जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्रियों के खिलाफ प्रशासन ने सक्रियता दिखाई है। प्रशासन ने छापामार कार्रवाई करते हुए पुराने कस्बे में अफसरों ने गुरुवार को छापामारी कर जींस रंगाई की छह अवैध फैक्ट्री को सील कर दिया। टीम के पहुंचे से पहले ही फैक्ट्री संचालक वहां से रफूचक्कर हो गए। फैक्ट्री संचालकों का लाखों रुपये का जुर्माना लगेगा।

बड़े स्तर पर हो रहा अवैध फैक्ट्रियों का संचालन

बागपत के पुराना कस्बा में बड़े स्तर पर जींस रंगाई की अवैध फैक्ट्रियों का संचालन किया जा रहा है। इससे प्रदूषण फैल रहा है। लोग बीमारियों से ग्रस्त हो रहे हैं। फैक्ट्रियों से निजात दिलाने के लिए लोगों ने अफसरों से शिकायत की। इस पर संज्ञान लेते हुए बागपत एसडीएम अनुभव सिंह के नेतृत्व में तहसीलदार प्रसून कश्यप, नगर पालिका परिषद के अधिशासी अधिकारी ललित आर्य, उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सहायक पर्यावरण अभियंता प्रखर कुमार, ऊर्जा निगम के जेई गणेश प्रसाद, कोतवाली एसआइ अरविंद चौहान व पुलिसकर्मियों ने फैक्ट्रियों पर छापामारी की। इससे अफरा-तफरी मच गई।

सहायक पर्यावरण अभियंता प्रखर कुमार का कहना है कि छह व्यक्ति राजू, साजिद, अमित, लाला समंदी, शमशाद व गय्यूर की फैक्ट्रियों पर छापामारी की गई है। वहां पर उक्त व्यक्ति नहीं मिले। कर्मचारी भी फैक्ट्री संबंधित कोई दस्तावेज नहीं दिखा पाए। इन सभी फैक्ट्रियों को सील कर दिया गया है। फैक्ट्री संचालकों पर जुर्माना लगाया जाएगा। छापामारी अभियान जारी रहेगा। इस तरह की अवैध फैक्ट्री का संचालन नहीं होने दिया जाएगा।

यमुना में पहुंचता है दूषित पानी

जींस रंगाई फैक्ट्रियों से निकलने वाला पानी जिले में जल प्रदूषण का बड़ा कारण है। दूषित पानी नालों के माध्यम से यमुना में पहुंचता है। इससे नदी दूषित हो रही है। 

जनता से शिकायत करने की अपील 

अफसरों ने कहा कि यदि किसी स्थान पर कपड़ा रंगाई व धुलाई की अवैध फैक्ट्री चल रही है तो इसकी शिकायत अवश्य करें, ताकि समय से फैक्ट्री संचालकों के खिलाफ कार्रवाई की जा सके।

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