गैंगस्टर का मुकदमा कर संपत्ति होगी जब्त

उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का पेपर लीक करने के आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कर उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 03 Dec 2021 06:35 AM (IST) Updated:Fri, 03 Dec 2021 06:35 AM (IST)
गैंगस्टर का मुकदमा कर संपत्ति होगी जब्त
गैंगस्टर का मुकदमा कर संपत्ति होगी जब्त

मेरठ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपीटीईटी) का पेपर लीक करने के आरोपितों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा दर्ज कर उनकी संपत्ति भी जब्त की जाएगी। दरअसल, टीईटी परीक्षा में नोएडा और दिल्ली की तीन प्रिंटिंग प्रेस को छपाई का ठेका दिया हुआ था। एसटीएफ का मानना है कि प्रिटिंग प्रेस में छपाई के दौरान पेपर लीक किया गया है। सिपाही के शिक्षक भाई की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा कि पेपर किस प्रिंटिंग प्रेस से लीक हुआ था।

अलीगढ़ के हजियापुर टप्पल निवासी गौरव मलान की गिरफ्तारी के बाद साफ हो गया कि पेपर लीक कराने वाला सरगना अलीगढ़ के गोंडा निवासी निर्दोष चौधरी है। निर्दोष अलीगढ़ के प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक है। निर्दोष का भाई उपदेश चौधरी यूपी पुलिस में सिपाही है, जिसकी तैनाती आगरा में चल रही थी। टीईटी परीक्षा निरस्त होने के बाद निर्दोष और उपदेश फरार हैं। निर्दोष के साथी विष्णु की भी कोई लोकेशन नहीं मिल रही है।

उधर, शामली पुलिस की विवेचना में भी कार्रवाई आगे बढ़ रही है। एसटीएफ की तरफ से गिरफ्तार किए गौरव मलान, धमर्ेंद्र, मोनू, रवि पर गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की जा रही है, ताकि 14 ए के तहत उनकी संपत्ति जब्त की जा सके।

एसटीएफ सीओ ब्रिजेश सिंह ने बताया कि निर्दोष और विष्णु की गिरफ्तारी के बाद ही पता चलेगा कि पेपर किस प्रिटिंग प्रेस से लीक किया गया। बता दें कि निर्दोष ने ही पेपर पाच लाख रुपये में गौरव मलान को बेचा था। गौरव मलान ने रवि, धमेंद्र, बबलू और मोनू को पेपर दो-दो लाख में बेचा था। उक्त चारों आरोपितों ने अभ्यर्थियों को पेपर पढ़ाने के एवज 50-60 हजार रुपये तक वसूले थे। खंगाला जा रहा पूरा रिकार्ड

पकड़े गए आरोपित अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में भी साल्वर बैठा चुके है। उनका बड़ा गैंग अन्य राज्यों में भी फैला है। एसटीएफ ने जेल गए आरोपितों का पुराना रिकार्ड भी खंगाला है।

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