जेल में शिक्षा : BA-MA Pass होकर जेल से निकलेंगे कैदी, शासन से विवि के केंद्र को मिली मंजूरी Meerut News

जेल की दीवार के भीतर से अब बीए और एमए पास बंदी-कैदी भी निकलेंगे। शासन ने जिला कारागार में रार्जिष टंडन मुक्त विवि के केंद्र को मंजूरी दे दी है। बंदी-कैदियों की पढ़ाई मुफ्त होगी। जेल प्रशासन ने पढ़ाई की तैयारी भी शुरू कर दी है।

By Himanshu DwivediEdited By: Publish:Mon, 25 Jan 2021 06:30 AM (IST) Updated:Mon, 25 Jan 2021 07:30 AM (IST)
जेल में शिक्षा : BA-MA Pass होकर जेल से निकलेंगे कैदी, शासन से विवि के केंद्र को मिली मंजूरी Meerut News
जेल से बीए और एमए पास करके जेल से रिहा होंगे कैदी।

मेरठ, जेएनएन। जेल की दीवार के भीतर से अब बीए और एमए पास बंदी-कैदी भी निकलेंगे। शासन ने जिला कारागार में रार्जिष टंडन मुक्त विवि के केंद्र को मंजूरी दे दी है। बंदी-कैदियों की पढ़ाई मुफ्त होगी। जेल प्रशासन ने पढ़ाई की तैयारी भी शुरू कर दी है। बंदी-कैदियों की लिस्ट भी बन चुकी है।

गुनाह के बाद जेल चले जाने से भी अब किसी की पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। हाईस्कूल-इंटर तक की पढ़ाई पहले ही हो रही थी। अब स्नातक और उससे आगे पढऩे वाले बंदी और कैदियों को भी मौका मिलेगा। इसकी तैयारी काफी समय से शासन में चल रही थी। अब पढ़ाई का सपना पूरा हो जाएगा। वरिष्ठ जेल अधीक्षक डा. बीडी पांडेय ने बताया कि शासन की ओर से रार्जिष टंडन मुक्त विवि के लिए जिला जेल को केंद्र बनाने की मंजूरी मिल गई है। इसका प्रयास काफी समय से चल रहा था। जिला जेल में करीब 150 बंदी-कैदी इंटर पास हैं। इसके अलावा 60 के करीब स्नातक हैं। सभी से आगे पढऩे के लिए बातचीत की जा रही है। जल्द ही जेल में केंद्र शुरू हो जाएगी। इस दौरान पढ़ाई के साथ ही किताबें व अन्य सामग्री भी मुफ्त में मिलेगी।

मैनेजमेंट की बारीकी भी सीख सकेंगे

इस दौरान बंदी-कैदी एमबीए, मार्केटिंग, बीबीए, बीसीए, कंप्यूटर, डेयरी प्रोसेसिंग, फोटोग्राफी, डिजाइनिंग आदि की पढ़ाई कर सकेंगे। पढ़ाई के साथ-साथ परीक्षा भी जेल के भीतर ही होगी। समय-समय पर बाहर से विशेषज्ञों को बुलाया जाएगा, ताकि किसी को कोई समस्या हो तो दूर हो जाए। बीए-एमए की पढ़ाई की जानकारी मिलने के बाद कई बंदी-कैदियों ने आगे पढऩे के बारे में दिलचस्पी दिखाई है।  

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