मेरठ में सड़क की दिखावटी मरम्मत, तीन दिन में उखड़ी, दो पहिया वाहन चालक फिसलकर हो रहे घायल
मेरठ में हाईवे-709ए की मरम्मत के लिए अभियान चलाकर गड्ढों को भरा गया। काली नदी से किठौर तक सप्ताह भर में सड़क की मरम्मत की गई लेकिन तीन दिन बाद ही उखड़नी शुरू हो गई। तेज बरसात ने सड़क की हालत को और अधिक खराब कर दिया है।
मेरठ, जागरण संवाददाता। प्रदेश सरकार के निर्देश पर सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए बड़े स्तर पर अभियान शुरू किया गया है। मेरठ-गढ़ हाईवे-709ए की मरम्मत के लिए सप्ताह भर पहले अभियान चलाया गया। लेकिन मरम्मत के साथ ही सड़क उखड़नी शुरू हो गई। अब बरसात ने सड़क की स्थिति को अधिक खराब कर दिया है। सड़क पर फैली बजरी में फिसलकर दो पहिया सवार घायल हो रहे हैं।
सिसौली से माछरा तक बरसात में बह गई मरम्मत सामग्री
मेरठ-गढ़ हाईवे-709ए की मरम्मत के लिए अभियान चलाकर गड्ढों को भरा गया। काली नदी से किठौर तक सप्ताह भर में सड़क की मरम्मत की गई। लेकिन तीन दिन बाद ही मरम्मत सामग्री उखड़नी शुरू हो गई। उधर, दो दिन पहले हुई तेज बरसात ने सड़क की हालत को अधिक खराब कर दिया है। हाईवे स्थिति गांव सिसौली से माछरा तक मरम्मत सामग्री बरसात में बह गई। जबकि बजरी सड़क पर अभी भी फैली हुई है और दो पहिया वाहन इस बजरी पर फिसल रहे हैं। वहीं, एनएचएआइ मुरादाबाद के परियोजना निदेशक राकेश सूद ने बताया कि मेरठ-गढ़ हाईवे-709ए के चौड़ीकरण की तैयारी पूरी कर ली गई है। शीघ्र ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जहां बरसात के कारण सड़क उखड़ गई है, वहां फिर से मरम्मत करा दी जाएगी।
वन विभाग ने 20 किमी हरित पटरी मुक्त कराई
मेरठ। वन विभाग ने अपनी जमीन को अतिक्रमण मुक्त कराकर उसे वानिकी कार्यो में प्रयोग में लाने को लेकर अभियान चला रखा है। संरक्षित क्षेत्र अपर गंगा कैनाल पटरी के हरे-भरे इलाके पर अतिक्रमण को साफ करा दिया गया। करीब 20 किलोमीटर में पटरी को अतिक्रमण से मुक्त कराया गया।
प्रभागीय निदेशक सामाजिक वानिकी प्रभाग राजेश कुमार ने कहा कि खाली हुई जमीन पर पौधारोपण कर हरियाली बढ़ाई जाएगी। अपर गंगा कैनाल पटरी पर पिछले काफी समय से बिना अनुमति के ढाबे, रेस्तरां और अस्थायी दुकानें चल रही थीं। अभियान के दौरान 40 ऐसे लोग चिह्न्ति किए गए जो कब्जा किए हुए थे। इनमें से कुछ पर एफआइआर और कुछ पर जुर्माना लगाया गया है।