कलीम के खिलाफ गवाही न देने का बनाया जा रहा दबाव, सहारनपुर एसएसपी से मिलकर एटीएस के गवाह नितिन ने लगाया आरोप
नैनीताल के तल्लीताल निवासी नितिन पंत सहारनपुर के ब्रजघाट आश्रम में रह रहे है। नितिन पंत का आरोप है कि एक महिला उनके ब्रजघाट आश्रम में आई और उन्हें मौलाना कलीम के खिलाफ एटीएस कोर्ट में गवाही न देने का दबाव बनाया।
सहारनपुर, जागरण संवादाता। मतातंरण मामले में एटीएस के सरकारी गवाह नितिन पंत बुधवार को एसएसपी आफिस पहुंचे। तहरीर देते हुए एसएसपी एस चेनप्पा को बताया कि उन्हें जान का खतरा है। मौलाना कलीम के खिलाफ गवाही न देने का दबाव बनाया जा रहा है। वह एटीएस मुख्यालय लखनऊ को भी इस संबंध में सूचना दे चुके हैं।
यह है मामला
नैनीताल के तल्लीताल निवासी नितिन पंत सहारनपुर के ब्रजघाट आश्रम में रह रहे है। नितिन पंत का आरोप है कि एक महिला उनके ब्रजघाट आश्रम में आई और उन्हें मौलाना कलीम के खिलाफ एटीएस कोर्ट में गवाही न देने का दबाव बनाया। जब नितिन पंत नहीं माने तो कहा गया कि मौलाना कलीम का पूरे देश में नेटवर्क है और उनके साथ कुछ भी हो सकता है। पंत के साथ पहुंचे विश्व अखाड़ा परिषद सहारनपुर के राष्ट्रीय सचिव निपुण भारद्वाज ने बताया कि नितिन पंत को इस समय कड़ी सुरक्षा की जरूरत है। यदि उनके साथ कुछ होता है तो सहारनपुर जिले का पुलिस प्रशासन जिम्मेदार होगा। हालांकि लखनऊ एटीएस एसपी ने भी सुरक्षा का भरोसा दिया है। गौरतलब है कि नितिन पंत राजस्थान में 2010 में नौकरी की तलाश में गए थे। जहां पर उन्हें दो युवक मिले और हरियाणा के मेवात में ले जाकर मतातंरण करा दिया गया था। जिसके बाद उन्हें उमाही, रामपुर मनिहारान एवं मुजफ्फरनगर के गांव फुलत के मदरसे में रखा गया था। जहां पर मौलाना कलीम ने उनका ब्रेनवाश किया था। बाद में उन्होंने हिंदू धर्म में वापसी कर ली थी।