आत्मविश्वास से करें तैयारी, हौव्वा नहीं है बोर्ड परीक्षा
दैनिक जागरण के प्रश्न पहर में बोर्ड परीक्षार्थियों को क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डा. सीमा शर्मा ने तैयारी के टिप्स दिये।
मेरठ, जेएनएन। सीबीएसई, आइसीएसई और यूपी बोर्ड के छात्र- छात्राएं परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं। दैनिक जागरण के 'प्रश्न पहर' में रविवार को क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डा. सीमा शर्मा ने उनकी सभी समस्याओं का समाधान किया। मुख्य रूप से उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा को हौव्वा न समझें, बल्कि आत्मविश्वास के साथ तैयारी करते रहें। पूछे गए सवालों के उन्होंने इस प्रकार जवाब दिए...।
याद किया हुआ भूल जाता हूं, क्या करूं?
-सुहेल सैफी, मोहद्दीनपुर, सर्वेश, थापरनगर
आपने अपनी पढ़ाई देर से शुरू की है। सबसे पहले खुद पर भरोसा रखें जो कुछ पढ़ा है, वह दिमाग एकत्रित कर रहा है। पढऩे के साथ मुख्य बिंदुओं को बिना देखें लिखने की कोशिश भी करें।
यूपी बोर्ड में इस बार पैटर्न बदल गया है, छह घंटे का पेपर तीन घंटे में कैसे करेंगे?
-शिवम कुमार, कंकरखेड़ा, अनुज सिंह, शिवशक्तिनगर
यह विश्वास रखें कि परीक्षक उसी के हिसाब से पेपर तैयार करेंगे, जिसे आप तीन घंटे में हल कर सकें। पैटर्न बदलने पर पेपर आसान पूछा जाता है। चिंता छोड़कर तैयारी करें।
गणित के सवालों को हल करने में सबसे अधिक दिक्कत होती है, कैसे करें?
- अभिजीत सिंह, भूड़बराल
अगर आपको गणित पसंद नहीं है या गणित कमजोर है तो भी डरने की जरूरत नहीं है। बहुत से लोग कुछ विषय में अच्छे होते हैं तो कुछ में कमजोर, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उससे उनके व्यक्तित्व पर असर पड़ेगा। इस समय परीक्षा करीब है, ऐसे में अपनी पूरी क्षमता इस विषय में पास होने लायक नंबर लाने की कोशिश में लगाएं।
12वीं सीबीएसई फिजिक्स के न्यूमेरिकल परेशान करते हैं?
- पलक, मेरठ
घबराने की जरूरत नहीं है, फिजिक्स के सिलेबस में कुछ टॉपिक ऐसे होंगे, जिसे आप खूब पसंद करती होंगी। उन टॉपिक को अच्छे से तैयार करें। फिजिक्स में जितना आपने पढ़ा है, उसे मेहनत से दोहराएं।
बेटा 10वीं सीबीएसई में है। क्या मैथ्स में अब ट्यूशन लगा दें?
- सुधा चौधरी, किठौर
मैथ्स में टॉपिक के अनुसार पूरी ताकत से तैयारी करें। परीक्षा के समय खुद पढऩा बहुत जरूरी होता है। ट्यूशन कोई मैजिक नहीं है।
पढ़ाई के समय बच्चों को नींद आने लगती है?
- अंशु गर्ग, शास्त्रीनगर
लेटकर पढऩे से बचें, कई घंटे पढ़ाई करने की जगह ब्रेक लेकर पढ़ें। अगर बैठने पर नींद आती है तो टहलकर भी पढ़ सकते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान 10वीं के छात्र पिछले नौ साल और 12वीं के छात्र पिछले 11 साल से परीक्षा दे रहे हैं, इसलिए यह कोई नई परीक्षा नहींं है। पढ़ाई के साथ बेहतर खान-पान के साथ पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है। परीक्षा के दौरान किसी दूसरे की तैयारी से खुद की तुलना न करें। अभिभावक बच्चों के आसपास घर में खुशनुमा वातावरण बनाकर रखें। परीक्षा के दौरान एक सहायक के तौर पर बच्चे के साथ रहें, भविष्य का डर न बताएं।
याद किया हुआ भूल जाता हूं, क्या करूं?
-सुहेल सैफी, मोहद्दीनपुर, सर्वेश, थापरनगर
आपने अपनी पढ़ाई देर से शुरू की है। सबसे पहले खुद पर भरोसा रखें जो कुछ पढ़ा है, वह दिमाग एकत्रित कर रहा है। पढऩे के साथ मुख्य बिंदुओं को बिना देखें लिखने की कोशिश भी करें।
यूपी बोर्ड में इस बार पैटर्न बदल गया है, छह घंटे का पेपर तीन घंटे में कैसे करेंगे?
-शिवम कुमार, कंकरखेड़ा, अनुज सिंह, शिवशक्तिनगर
यह विश्वास रखें कि परीक्षक उसी के हिसाब से पेपर तैयार करेंगे, जिसे आप तीन घंटे में हल कर सकें। पैटर्न बदलने पर पेपर आसान पूछा जाता है। चिंता छोड़कर तैयारी करें।
गणित के सवालों को हल करने में सबसे अधिक दिक्कत होती है, कैसे करें?
- अभिजीत सिंह, भूड़बराल
अगर आपको गणित पसंद नहीं है या गणित कमजोर है तो भी डरने की जरूरत नहीं है। बहुत से लोग कुछ विषय में अच्छे होते हैं तो कुछ में कमजोर, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उससे उनके व्यक्तित्व पर असर पड़ेगा। इस समय परीक्षा करीब है, ऐसे में अपनी पूरी क्षमता इस विषय में पास होने लायक नंबर लाने की कोशिश में लगाएं।
12वीं सीबीएसई फिजिक्स के न्यूमेरिकल परेशान करते हैं?
- पलक, मेरठ
घबराने की जरूरत नहीं है, फिजिक्स के सिलेबस में कुछ टॉपिक ऐसे होंगे, जिसे आप खूब पसंद करती होंगी। उन टॉपिक को अच्छे से तैयार करें। फिजिक्स में जितना आपने पढ़ा है, उसे मेहनत से दोहराएं।
बेटा 10वीं सीबीएसई में है। क्या मैथ्स में अब ट्यूशन लगा दें?
- सुधा चौधरी, किठौर
मैथ्स में टॉपिक के अनुसार पूरी ताकत से तैयारी करें। परीक्षा के समय खुद पढऩा बहुत जरूरी होता है। ट्यूशन कोई मैजिक नहीं है।
पढ़ाई के समय बच्चों को नींद आने लगती है?
- अंशु गर्ग, शास्त्रीनगर
लेटकर पढऩे से बचें, कई घंटे पढ़ाई करने की जगह ब्रेक लेकर पढ़ें। अगर बैठने पर नींद आती है तो टहलकर भी पढ़ सकते हैं।
इन बातों का भी रखें ध्यान 10वीं के छात्र पिछले नौ साल और 12वीं के छात्र पिछले 11 साल से परीक्षा दे रहे हैं, इसलिए यह कोई नई परीक्षा नहींं है। पढ़ाई के साथ बेहतर खान-पान के साथ पर्याप्त नींद लेना भी जरूरी है। परीक्षा के दौरान किसी दूसरे की तैयारी से खुद की तुलना न करें। अभिभावक बच्चों के आसपास घर में खुशनुमा वातावरण बनाकर रखें। परीक्षा के दौरान एक सहायक के तौर पर बच्चे के साथ रहें, भविष्य का डर न बताएं।