करवा चौथ 2020: चांद को अर्घ्य देने के लिए बिजनौर के कुम्हार ने करवे पर ही लगाए चार चांद Bijnor News
करवा चौथ 2020 करवा चौथ पर महिलाओं को लुभा रहे हैं विभिन्न प्रकार से सजे धजे माटी के करवे। माटी के बर्तन निर्माता कुम्हार ने भी बदलते जमाने के साथ चलते हुए अब माटी के बर्तनों में भी चार चांद लगाना सीख लिया है।
बिजनौर, जेएनएन। माटी के बर्तन निर्माता कुम्हार ने भी बदलते जमाने के साथ चलते हुए अब माटी के बर्तनों में भी चार चांद लगाना सीख लिया है। इसी कड़ी में नगर के मोहल्ला लाल सराय निवासी 65 वर्षीय रामपाल सिंह ने इस बार करवा चौथ पर महिलाओं द्वारा चंद्रमा को जल से अर्घ्य देने के लिए एक विशेष प्रकार के माटी के करवे का निर्माण किया है। केसरिया रंग से रंगाई कर करवे के ऊपर ओम व स्वस्तिक बनाएं गए हैं। इसे और अधिक आकर्षक बनाने के लिए इसके मुंह के ऊपर लेस लगाकर सजाया गया है। कुम्हार के परिजनों ने बताया कि इस प्रकार के उन्होंने इस वर्ष लगभग पांच हजार सजे धाजे करवे बाजार में उतारे हैं और जिनकी कीमत मात्र 15 से 25 रुपए ही रखी गई है जिससे हर वर्ग की महिला करवा चौथ पर इस करवे का प्रयोग कर सकें। इधर नगर की महिला गीता प्रजापति, पारुल, कुसुम, किरण चौहान, श्रद्धा राजपूत आदि का कहना है कि बिना मिट्टी के करवे के करवा चौथ का व्रत अधूरा है क्योंकि माटी के करवे से ही चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोलना शुभ माना जाता है। इसलिए अधिकतर महिलाएं माटी के करवे का ही प्रयोग करती हैं। उन्होंने बताया कि नगर के बाजारों में इस बार काफी सजे-धजे माटी के करवे नजर आ रहे हैं जिनकी महिलाएं बहुत ही चाव से खरीदारी कर रही हैं।