माता-पिता की सासों के लिए कतार में लगा पाजिटिव बेटा

मजबूरी जो न करा दे। हालाकि कभी-कभी मजबूरी में उठाया गया कदम दूसरे लोगों के लिए घातक भी हो सकता है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 May 2021 02:04 AM (IST) Updated:Sat, 08 May 2021 02:04 AM (IST)
माता-पिता की सासों के लिए कतार में लगा पाजिटिव बेटा
माता-पिता की सासों के लिए कतार में लगा पाजिटिव बेटा

मेरठ, जेएनएन। मजबूरी जो न करा दे। हालाकि कभी-कभी मजबूरी में उठाया गया कदम दूसरे लोगों के लिए घातक भी हो सकता है। कोविड संक्रमित माता-पिता की सासों की डोर मजबूत करने के लिए आक्सीजन सिलेंडर लेने को कतार में खड़े कोरोना पाजिटिव बेटे की यह लापरवाही है या मजबूरी, कह पाना कठिन है, लेकिन सच यही है कि ऐसा हुआ। शुक्रवार को दिल्ली रोड पर रिठानी के माहेश्वरी गैस प्लाट पर आक्सीजन सिलेंडर लेने पहुंचे युवक को वहा तैनात पुलिस अफसर ने पहचान लिया। उसे देखते ही डाट लगाई कि वह पाजिटिव होने के बाद भी लोगों के बीच क्यों खड़ा है। इससे वह और लोगों को भी संक्रमित कर सकता है। एक दिन पहले भी पहचान कर बोलने के बाद भी यही लापरवाही क्यों कर रहा है। नम आखों और कापती आवाज में युवक ने कहा कि जब माता-पिता दोनों ही बीमार हैं तो मेरे अलावा कौन उनके लिए आक्सीजन लेने आएगा। जवाब सुन पुलिस अफसर थोड़ा रुके और युवक को समझाते हुए अलग खड़े होने का सुझाव दिया। अधिकारी ने कहा कि सिलेंडर आते ही वह उन्हें पहले दिलाने की कोशिश करेंगे। ऐसे और भी लोग होंगे, तुरंत ध्यान देने की जरूरत

अपनों की सासें चलती रहें इसके लिए अपनी सास को दाव पर लगाकर संक्रमण के दौर में भी भीड़ में खड़े होने वाले और भी जरूर होंगे। संभव है कि कतार में खड़ा हर दूसरा या तीसरा व्यक्ति संक्रमित हो। कुछ पहचाने चेहरे होंगे तो कुछ अनजान लोग होंगे। ऐसे में बीमार के लिए प्राण वायु लेने पहुंचे लोग अपनी सासों पर संक्रमण का संकट लेकर घरों को लौट रहे हैं। इस संक्रमण को बढ़ने से रोकने के लिए गैस प्लाटों के पास शारीरिक दूरी का पालन कराने की कोई व्यवस्था नहीं की गई है। पुलिस टीम तैनात जरूर है लेकिन वह भी प्लाट के भीतर की व्यवस्था ही संभालने में लगी रहती है। जाहिर है कि ऐसे में संक्रमण फैलने का खतरा बेहद बढ़ गया है, इस ओर जरूर ध्यान देना चाहिए। घटों इंतजार के बाद भी आक्सीजन नहीं

शुक्रवार को उद्योगपुरम के अग्रवाल गैस प्लाट और रिठानी के माहेश्वरी गैस प्लाट पर दिन भर लोगों को आक्सीजन का इंतजार करना पड़ा। माहेश्वरी गैस प्लाट के पास अधिक भीड़ न हो इसलिए आक्सीजन सिलेंडर वितरण की प्रक्रिया दिल्ली रोड पर कर दी गई है। प्लाट पर मौजूद प्रशासनिक अधिकारी प्लाट से केवल अस्पतालों को ही सिलेंडर भेज रहे हैं लेकिन दिल्ली रोड पर सुबह से सिलेंडर का इंतजार कर रहे दो सौ से अधिक लोगों के लिए सिलेंडर नहीं भेजे गए। कतार में बहुत से ऐसे लोग भी थे जो गुरुवार से ही सिलेंडर के इंतजार में कतार में लगे थे लेकिन उन्हें शुक्रवार शाम पाच बजे तक भी सिलेंडर नहीं मिले। लोगों की नाराजगी को देखते हुए पुलिस ने उन्हें समझाने की कोशिश की। संचालक सुनील जैन के अनुसार जब तक प्रशासन आक्सीजन नहीं देता, हम दिल्ली रोड से लोगों को आक्सीजन वितरित नहीं कर सकते। तीनों कागजों में एक नाम, नहीं तो आक्सीजन नहीं

अग्रवाल गैस प्लाट पर पर सुबह से आक्सीजन के लिए खड़े लोगों के सिलेंडर अपरान्ह चार बजे से भरने शुरू हुए। सभी को कतार में ही रहने को कहा गया। व्यवस्था बिगाड?े वालों को सिलेंडर नहीं दिए जाने की चेतावनी भी मिली। लोगों को बताया गया कि मरीज के आधार कार्ड, अस्पताल या चिकित्सक की पर्ची और कोविड की पाजिटिव रिपोर्ट में मरीज का नाम एक ही होना चाहिए तभी सिलेंडर मिलेगा।

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