Positive India: जान हथेली पर रख पहुंचाते है आप तक अखबार, अब आपका कर्तव्‍य इनकी करें मदद

Positive India जान को जोखिम में डालकर आप तक अखबार पहुचाने वाले समाचारपत्र वितरक की आप उनके मार्च और अप्रैल तक के बिल भुगतान कर मदद कर सकते हैं।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Mon, 30 Mar 2020 11:21 AM (IST) Updated:Mon, 30 Mar 2020 11:21 AM (IST)
Positive India: जान हथेली पर रख पहुंचाते है आप तक अखबार, अब आपका कर्तव्‍य इनकी करें मदद
Positive India: जान हथेली पर रख पहुंचाते है आप तक अखबार, अब आपका कर्तव्‍य इनकी करें मदद

मेरठ, जेएनएन। कोरोनाजन्य लॉकडाउन ने हमें वर्क फ्रॉम होम के लिए मजबूर कर दिया। हम अपने परिवार के साथ सुरक्षा-स्वच्छता मानकों का पालन करते हुए अपनी सारी जिम्मेदारियां निभा रहे हैं, पर हर सुबह हमारे दरवाजे समाचार पत्र पहुंचाने वाले वितरकों के पास यह विकल्प नहीं है। उनकी भोर में जागकर सेंटर पहुंचने, अखबार का बंडल उठाने और फिर हमारे दरवाजे तक पहुंचाने की कठिन दिनचर्या पूर्ववत जारी है। कोरोना की दहशत के बीच ड्यूटी कर रहे चिकित्साकर्मियों, पुलिसकर्मियों और मीडियाकर्मियों के लिए प्रधानमंत्री ने तालियां-थालियां बजवा दीं तो क्यों न हम-आप इस महीने अपने समाचार पत्र वितरक को भी खुश कर दें। अगले सप्ताह उन्हें मार्च के साथ अप्रैल का भी एडवांस बिल भुगतान कर दीजिए। आपकी सदाशयता से उस कर्मयोगी का हौसला बढ़ जाएगा और भरण-पोषण की सहूलियत भी।

सभी मीडिया संस्थानों के अलावा केंद्र सरकार, उत्तर प्रदेश सरकार, देश-प्रदेश के शीर्षस्थ चिकित्सा संस्थानों, अनुसंधान संस्थानों, माइक्रोलॉजी विज्ञानियों और दिग्गज हस्तियों द्वारा तार्किक ढंग से स्पष्ट कर दिए जाने के बाद यह बात प्रमाणित हो चुकी है कि समाचार पत्रों के जरिए कोरोना संक्रमण की आशंका निमरूल है। यह भरोसा पक्का करने के लिए बड़ी हस्तियां अखबार पढ़ते हुए अपने चित्र वायरल कर रही हैं। इससे स्वाभाविक रूप से समाचार पत्र वितरकों और पाठकों के मन से आशंकाएं दूर हो गई हैं और समाचार पत्र कोरोना समेत सभी सामयिक विषयों पर अद्यतन एवं प्रामाणिक कंटेंट अपने पाठकों तक पहुंचाने की भूमिका पूरे मनोयोग से निभा रहे हैं। देश-दुनिया की सारी तटस्थ एजेंसियां मान रही हैं कि कोरोना को लेकर तरह-तरह की अफवाहों और अवैज्ञानिक सूचनाओं की भरमार से विचलित हुए बगैर समाचार पत्रों ने देश के प्रति अपनी जिम्मेदारी का परिचय देते हुए सिर्फ विश्वसनीय समाचार ही आप तक पहुंचाए। चूंकि अन्य माध्यमों की सूचनाओं पर भरोसा नहीं किया जा सकता, इसलिए लॉकडाउन के दौरान समाचार पत्र ही आपके पास एकमात्र भरोसेमंद माध्यम हैं। वैसे भी समाचार पत्र, खासकर दैनिक जागरण आपके परिवार के सदस्य जैसा है और इसे हर सुबह आपके दरवाजे पहुंचाने वाला वितरक आपके परिवार का शुभचिंतक। समाचार पत्र आपको हर रोज निर्बाध मिलता रहे, इसके लिए जरूरी है कि समाचार पत्र वितरक का हौसला बुलंद रहे। आपके पास अवसर है कि अगले सप्ताह अपने समाचार पत्र वितरक को कोरोना संRमण से बचाव के सारे एहतियात का पालन करते हुए अपने दरवाजे बुला लें और दो महीने का बिल भुगतान करके उसके कठिन कर्तव्य निर्वहन की सराहना करें। आपके पास अन्य माध्यमों से भी बिल भुगतान का विकल्प मौजूद है। तो आइए, इस महीने खुश कर देते हैं अपने समाचार पत्र वितरक को।

कर्त्तव्यनिष्ठा को सलाम

ऐसी विषम परिस्थिति में अखबार पाठकों तक पहुंचाया जा रहा है। लोगों से आशा कि है कि सहयोग में मार्च के साथ अप्रैल का भी भुगतान कर देंगे।

पवन कुमार, पत्र वितरक

जहां हर जगह काम ठप है वहां आप तक विश्वनीय खबरें पहुंचाने के लिए हम अखबार वितरित कर रहे हैं। आगे भी आपकी सेवा में लगे रहे इसमें आप सहयोग करें।

कालू, पत्र वितरक

ऑनलाइन प्रक्रिया से भुगतान किया जाए तो राहत मिल जाए। सुबह आप लोगों तक शीघ्र अखबार पहुंचाने की जल्दी में सभी तक पहुंच पाना मुश्किल होता है। बावजूद इसके ये अपना दायित्व निभा रहे हैं। इनकी मदद करें। सत्यवीर त्यागी, विधायक किठौर

ऐसी महामारी से हम कभी नही गुजरे। जिसमें एक दूसरे का सहयोग जरूरी है। हमारे सहयोग के लिए कृपया आप सभी दो माह का भुगतान करें।

दीपक, पत्र वितरक

सभी सेवाओं के ठप हो जाने से कई मुश्किलें हमारी लिए भी सिर उठाएं हैं। जिन्हें दूर करने के लिए आप समय से दोनों माह का भुगतान देकर हमें राहत दें।

पुष्पेंद्र, पत्र वितरक

अखबार सुरक्षित है इसका प्रमाण चिकित्सक व विशेषज्ञ दे रहे हैं। दो माह का एकमुश्त भुगतान कर उनकी चुनौती कम करें।

दिनेश खटीक, विधायक हस्तिनापुर 

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