Pollution News: मेरठ में भयावह होते हालात, प्रदूषित हवा के बीच सांसों पर आफत, इन बातों को रखें ध्‍यान

Pollution In Meerut मेरठ में इनदिनों प्रदूषण को लेकर हालात गंभीर बने हुए हैं। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को पल्लवपुरम में एक्यूआई का स्तर 386 तक पहुंच गई। जयभीमनगर में 345 जबकि गंगानगर में 321 दर्ज की गई।

By Prem Dutt BhattEdited By: Publish:Sat, 27 Nov 2021 10:20 AM (IST) Updated:Sat, 27 Nov 2021 11:40 AM (IST)
Pollution News: मेरठ में भयावह होते हालात, प्रदूषित हवा के बीच सांसों पर आफत, इन बातों को रखें ध्‍यान
मेरठ का पल्लवपुरम क्षेत्र लगातार दूसरे दिन सर्वाधिक प्रदूषित।

मेरठ,जागरण संवाददाता। Pollution News मेरठ और आसपास प्रदूषण को लेकर हालात बिगड़ते ही नजर आ रहे हैं। सर्द मौसम में सांस पर आफत बढऩे वाली है। एनसीआर की हवा लगातार जहरीली बनी हुई है। मेरठ के तीनों एयर क्वालिटी मानीटरिंग स्टेशनों की रिपोर्ट बताती है कि एक्यूआई का स्तर पर लगातार साढ़े तीन सौ के आसपास बना हुआ है। ऐसे समय में सावधानी बरतने की जरूरत है।

मास्‍क पहनकर ही निकलें

मेडिकल कालेज के फिजिशियन डा. अरविंद ने बताया कि धुंध की काली परत गहराने से सांस की एलर्जी, अस्थमा, सीओपीडी एवं दिल के मरीजों पर संकट बढ़ेगा। धूलकणों का घनत्व बढऩे से हालात और बिगड़ेंगे। डाक्टरों ने आगाह किया कि मास्क पहनकर घर से निकलें, इससे टीबी व कोरोना से भी बचाव मिलेगा। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की रिपोर्ट के मुताबिक शुक्रवार को पल्लवपुरम में एक्यूआई का स्तर 386 तक पहुंच गई। जयभीमनगर में 345, जबकि गंगानगर में 321 दर्ज की गई।

हालात और खराब होंगे

एनसीआर की हवा में पीएम 2.5 एवं पीएम 10 की मात्रा लगातार ज्यादा है, जिससे लंग्स में जख्म बन रहा है। हवा में नाइट्रोजन एवं सल्फर की मात्रा खतरनाक रूप से बढ़ रही है। चिकित्सकों का कहना है कि आने वाले दिनों में वायुदाब बढऩे से स्थिति और बिगड़ेगी। कई स्थानों पर ओजोन एवं मोनोआक्साइड का स्तर भी बिगड़ रहा है। प्रदूषित कण निचली परत में आ जाएंगे। वायु प्रदूषण की वजह से लोगों में रक्तचाप, मतिभ्रम, शुगर, हार्ट एवं किडनी की बीमारी तेजी से बढ़ गई।

दूषित ईंधन जलाने पर 25-25 हजार का जुर्माना

वहीं मेरठ में प्रदूषण को लेकर सरकारी अमले ने भी कमर कस ली है। मोदीपुरम में क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने दूषित ईंधन जलाने को लेकर इंचौली क्षेत्र के गांव खरदौनी में स्थित पांच कोल्हू पर 25-25 हजार रुपये का जुर्माना लगाने की संस्तुति रिपोर्ट लखनऊ मुख्यालय को भेज दी है। पांचों कोल्हुओं पर दूषित ईंधन जलाया जा रहा था, जिस वजह से आसपास के क्षेत्र में काला धुआं दूर तक हवा के साथ फैल रहा था।

कोल्हू संचालक सुधरने को तैयार नहीं

इंचौली थाना क्षेत्र के गांव खरदौनी और आसपास जंगल में एक दर्जन से अधिक कोल्हू संचालित हैं। हर वर्ष इन कोल्हू पर क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम दूषित ईंधन जलाने के आरोप में कार्रवाई करती है, मगर कोल्हू संचालक सुधरने को तैयार नहीं है। गुरुवार को मोदीपुरम स्थित क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की टीम ने खरदौनी क्षेत्र में संचालित कोल्हू का गोपनीय तरीके से जांच पड़ताल की, जिसमें पाया गया कि पांचों कोल्हू में दूषित ईंधन जैसे-प्लास्टिक, कपड़ा, पालीथिन, टायर आदि जलाकर गुढ़ बनाया जा रहा था। शुक्रवार को टीम मौके पर पहुंची, जहां एक के बाद एक पांचों कोल्हू पर टीम ने वीडियोग्राफी कर जलता हुआ दूषित ईंधन बरामद किया। कोल्हू का संचालन बंद कर दिया गया है।

नगर निगम क्षेत्र में जलता मिला कूड़ा

टीम को नगर निगम क्षेत्र हापुड़ रोड और दिल्ली रोड पर शुक्रवार को दो जगह कूड़ा जलता हुआ मिला। टीम ने फोटो खींचे और रिपोर्ट तैयार कर पत्र के साथ नगर निगम को भेज दी है। ताकि निगम कूड़े के ढेर में आग लगाने वालों पर कार्रवाई कर सके।

इनका कहना है

खरदौनी क्षेत्र में पांच कोल्हुओं पर जुर्माना राशि तय कर रिपोर्ट मुख्यालय भेज दी है। दो जगहों पर कूड़ा जलाने के प्रकरण में नगर निगम को भी रिपोर्ट के साथ पत्र लिखा गया है। वायु प्रदूषण फैलाने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।

- डा. योगेंद्र कुमार, क्षेत्रीय अधिकारी-क्षेत्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड।

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