बारावफात पर शहर में रही कड़ी सुरक्षा
ईद-मिलादुन्नबी और बारावफात के साथ जुमे की नमाज के कारण पुलिस-प्रशासन के सामने कानून व्यवस्था की बड़ी चुनौती थी।
मेरठ, जेएनएन। ईद-मिलादुन्नबी और बारावफात के साथ जुमे की नमाज के कारण पुलिस-प्रशासन के सामने कानून व्यवस्था की बड़ी चुनौती थी। ऐसे में अफसरों ने संवेदनशील इलाकों में बड़ी संख्या में फोर्स लगा दी। एडीजी राजीव सभरवाल और आइजी प्रवीण त्रिपाठी ने एसएसपी अजय साहनी के साथ शहर में सुरक्षा का जायजा लिया। देर शाम तक सभी अफसर बेगमपुल पर बैठकर कानून व्यवस्था का जायजा लेते रहे। शनिवार को वाल्मीकि जयंती के कारण सुरक्षा व्यवस्था इसी तरह कड़ी रहेगी।
एडीजी ने बताया कि बारावफात और वाल्मीकि जयंती के लिए 48 घंटे पहले ही सुरक्षा व्यवस्था का प्लान जारी कर दिया था। उसी के तहत शुक्रवार को ड्यूटी लगाई गई। एडीजी ने बताया कि जोन में शांति व्यवस्था कायम रही। उन्होंने पहले हापुड़ में व्यवस्था का जायजा लिया। इसके बाद शहर के प्रमुख स्थानों पर पुलिस की मुस्तैदी परखी।
रोक के बाद भी पीपल वाली मस्जिद में हुआ जलसा
कोतवाली पुलिस शांति व्यवस्था बनाने में नाकाम रही। जुमे की नमाज के बाद पीपल वाली मस्जिद में बोर्ड लगाकर बारावफात पर जलसा आयोजित किया गया। जलसे की सूचना मिलने के बाद सीओ फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे। आयोजकों ने कहा कि सिटी मजिस्ट्रेट से अनुमति ली गई थी। सिटी मजिस्ट्रेट भी मौके पर पहुंच गए। जलसे में मौजूद लोगों को घर भेज दिया गया। एसपी सिटी अखिलेश नारायण सिंह का कहना है कि कुछ देर के लिए नमाज के बाद कुछ लोग मस्जिद में बैठ गए थे। हैरत की बात है कि इन लोगों में नायब शहर काजी भी शामिल थे। साथ ही जलसे का एक बोर्ड भी लगा हुआ था।
14 स्थानों पर की गई कड़ी सुरक्षा
14 स्थानों को अतिसंवेदनशील चुना गया है। यहां पर आरआरएफ और स्थानीय पुलिस भी लगा दी गई है। रविवार तक ड्यूटी यथावत कर दी गई है। एसएसपी अजय साहनी ने बताया कि वाल्मीकि जयंती पर सभी थाना प्रभारियों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं।