मोबाइल विक्रेता की पत्नी ही निकली कातिल, प्रेमी को वाट्सएप पर दे रही थी पति की लोकेशन

देहात कोतवाली क्षेत्र के गांव हात्माबाद के मोबाइल विक्रेता की हत्या का पुलिस ने राजफाश कर दिया है। इस हत्याकांड में मृतक की पत्नी और उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया गया है। जबकि प्रेमी के तीन साथी अभी फरार है।

By Taruna TayalEdited By: Publish:Sun, 27 Sep 2020 03:46 PM (IST) Updated:Sun, 27 Sep 2020 09:11 PM (IST)
मोबाइल विक्रेता की पत्नी ही निकली कातिल, प्रेमी को वाट्सएप पर दे रही थी पति की लोकेशन
मोबाइल विक्रेता की पत्नी ही निकली कातिल

बुलंदशहर, जेएनएन। देहात कोतवाली क्षेत्र के हात्माबाद गांव निवासी मोबाइल विक्रेता की हत्या में पुलिस ने मृतक की पत्नी व उसके प्रेमी को गिरफ्तार कर लिया, जबकि प्रेमी का भाई, बहनोई और भाई का साला फरार हैं। इनमें एक आरोपित अहमदाबाद से हत्या करने आया था।  

यह था मामला

रविवार को पुलिस लाइन सभागार में आयोजित प्रेसवार्ता में एसएसपी संतोष कुमार स‍िंह ने बताया कि हात्माबाद गांव निवासी मोबाइल विक्रेता सन्नवर पुत्र मुनव्वर अली की 22 सितंबर की रात गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पत्नी शीबा पर शक हुआ तो उसके मोबाइल की सीडीआर निकाली। शीबा की सबसे ज्यादा बातचीत मुजाहिद पुत्र मोहम्मद अली निवासी अकबरपुर गांव से होती थी। पुलिस ने मुजाहिद को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो उसने पूरा राज उगल दिया। मुजाहिद ने पुलिस को बताया कि शीबा से उसका प्रेम प्रसंग चल रहा था, जिसका सन्नवर विरोध करता था। 22 सितंबर को शीबा ने उसे बताया कि वह पति सन्नवर को दवा दिलाने के बहाने से नीमखेड़ा गांव लेकर जाएगी। मुजाहिद ने शीबा से देर करने को कहा था। इसके बाद निर्माणाधीन फ्लाईओवर के पास रात करीब साढ़े नौ बजे मुजाहिद ने सन्नवर की गोली मारकर हत्या कर दी। 

शीबा ने रची हत्या की साजिश  

शीबा ने बताया कि पति सन्नवर ने कुछ दिन पहले आमरीन नाम की एक महिला से दूसरी शादी कर ली थी। दूसरी पत्नी को वह फ्लैट में रखता था, जबकि उसको पीटता था। इस कारण उसने पति की हत्या के बाद मुजाहिद से शादी करने की ठानी थी।

पत्नी वाट्सएप पर दे रही थी लोकेशन

शीबा ने पुलिस को बताया कि जब वह नीमखेड़ा दवा लेने के लिए गई तो वह लगातार वाट्सएप पर मुजाहिद से बात कर रही थी और बार-बार उसे अपनी लोकेशन बता रहा थी, ताकि हत्या को अंजाम दिया जा सके।   

अहमदाबाद से आया था एक आरोपित 

पुलिस की जांच में सामने आया है कि हत्या को अंजाम तक पहुंचाने के लिए मुजाहिद ने अपने भाई सादिम, बहनोई सोनू उर्फ सादाब निवासी सिकंदराबाद, भाई सादिम के साले साहेब निवासी नीमखेड़ा को शामिल किया था। सादिम अहमदाबाद में वेल्डिंग का काम करता है। वह हत्या वाली रात अहमदाबाद से आया और फिर चला गया।

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