दो थानों की पुलिस ने सात दिन छिपाई युवक की मौत
दिल्ली रोड स्थित एक दवा कंपनी में काम करने वाले युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई थ
मेरठ,जेएनएन। दिल्ली रोड स्थित एक दवा कंपनी में काम करने वाले युवक की ट्रेन से कटकर मौत हो गई थी। उसकी गुमशुदगी दर्ज करने को दो थानों की पुलिस स्वजन को तीन दिन तक चक्कर कटाती रही। जिस दिन युवक लापता हुआ, उसी रात में उसकी मौत हो गई। उसकी शिनाख्त नहीं हुई थी। पुलिस ने युवक के स्वजन को अज्ञात शव के मिलने की जानकारी भी सात दिन बाद दी। पीड़ित स्वजन ने गुरुवार को कलक्ट्रेट पहुंचकर पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया तथा हत्या का आरोप लगाते हुए हत्यारों की गिरफ्तारी और दोनों थानों के लापरवाह पुलिसकíमयों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
ब्रह्मपुरी के मोहल्ला इंदिरा नगर से बड़ी संख्या में महिलाओं और अन्य लोगों की भीड़ गुरुवार को कलक्ट्रेट पहुंची। उन्होंने थाना टीपीनगर और थाना ब्रह्मपुरी पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन किया। मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंप महिला मंजू पत्नी नरेंद्र सिंह ने बताया कि उसका सबसे छोटा पुत्र रोहित उर्फ मंटू दिल्ली रोड स्थित एक दवा कंपनी में काम करता है। 14 सितंबर की शाम वह ड्यूटी के बाद घर नहीं पहुंचा। गुमशुदगी दर्ज करने के लिए ब्रह्मपुरी और टीपीनगर थाने की पुलिस उन्हें तीन दिन तक टहलाती रही। गुम होने और मौत के बाद आठवें दिन पुलिस ने स्वजन को हापुड़ रेल लाइन पर अज्ञात शव मिलने की सूचना दी। स्वजन ने रोहित की हत्या कर शव को रेलवे लाइन पर फेंक दिए जाने की आशका जताई। आरोप लगाया कि पुलिस का व्यवहार भी इस मामले में संदिग्ध रहा है। 14 सितंबर से लेकर 22 तक पुलिस परिजनों को बहकाती रही। उन्होंने जिलाधिकारी से हत्या में शामिल लोगों तथा दोनों थानों के पुलिसकíमयों के विरुद्ध कार्यवाही की माग की। साथ ही मृतक की पत्नी और उसकी ढाई साल की मासूम बच्ची के भरण-पोषण के लिए आíथक मदद की भी माग।