Sudeeksha Death Case: पुलिस की बड़ी कार्रवाई, आरोपितों को पकड़ने के लिए क्षेत्र के सभी बुलेट मालिक थाने में तलब
बुलंदशहर में मेधावी छात्रा सुदीक्षा की मौत के लिए जिम्मेदार बुलेट सवार युवकों को पकड़ने के लिए पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है। क्षेत्र में बुलेट मालिकों को थाने में तलब किया है।
बुलंदशहर, जेएनएन। मेधावी छात्रा सुदीक्षा की मौत के मामले में पुलिस ने देर रात सड़क दुर्घटना से संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। साथ ही हादसे के लिए जिम्मेदार बुलेट सवार युवकों की तलाश भी तेज कर दी है। बुधवार की सुबह से ही बुलंदशहर के थाना औरंगाबाद क्षेत्र में मौजूद बुलेट को थाने में बुलाना शुरू कर दिया। दोपहर तक 27 से अधिक बुलेट थाने पहुंच गई और उनके मालिकों को भी पूछताछ के लिए बुलाया। पुलिस अब दिवंगत छात्रा के परिजनों को इंतजार कर रही है। छात्रा के साथ हादसे के दौरान मौजूद भाई से घटना के लिए जिम्मेदार बुलेट और उसके चालक की पहचान कराई जाएगी। उधर, पुलिस ने पांच युवकों को भी मंगलवार की देर रात हिरासत में लिया था, जिनसे पूछताछ चल रही है।
सुदीक्षा की मौत के मामले में अधिकारी काफी सतर्कता बरतते हुए आगे बढ़ रहे हैं। बुधवार को पुलिस ने औरंगाबाद थाना क्षेत्र में मौजूद बुलेट मालिकों को थाने बुलाना शुरू किया। इस दौरान सड़क पर जा रहे बुलट सवारों को भी थाने में रोक लिया गया। 27 बुलेट फिलहाल थाने में खड़ी हो चुकी है। बुलेट मालिकों को फिलहाल हिदायत के साथ घर जाने दिया गया है। पुलिस ने मंगलवार की रात पांच युवकों को भी हिरासत में लिया है। युवकों से पूछताछ जारी है। उधर, दिवंगत छात्रा के परिजनों को भी सूचना देकर औरंगाबाद थाने में बुलाया गया है। एसएसपी संतोष सिंह के मुताबिक, घटना के समय छात्रा के साथ मौजूद उसके भाई से बुलेट और उस पर सवार युवकों की पहचान कराई जाएगी। उधर, बुधवार की सुबह सात बजे ही एसआइटी ने औरंगाबाद थाने में डेरा जमा लिया था। एसआइटी प्रभारी दीक्षा सिंह का कहना है कि जल्द ही घटना के लिए जिम्मेदार बुलेट सवारों का पता कर लिया जाएगा।
यह है पूरा मामला
मेधावी बेटी सुदीक्षा सोमवार की सुबह करीब साढ़े आठ बजे क्षेत्र के गांव माधवगढ़ निवासी अपने मामा के घर अपने चचेरे भाई निगम भाटी के साथ बाइक पर सवार होकर जा रही थी। रास्ते में औरंगाबाद थाना क्षेत्र में हुए हादसे की छात्रा की मौत हो गई। हादसे के लिए बुलेट सवार युवकों द्वारा सड़क पर स्टंट और छात्रा से छेड़छाड़ करने की बात सामने आई थी और छात्रा के परिजनों ने भी इस तरह के आरोप लगए थे। देर रात पिता जितेंद्र भाटी की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सुदीक्षा मूल रूप से गौतमबुद्धनगर के बादलपुर थाना क्षेत्र के गांव डेरी स्कनर की रहने वाली थी। एफआइआर में चाचा सतेंद्र भाटी और चचेरा भाई निगम भाटी भी हादसे के समय साथ में होना बताया है।
युवकों की हरकत के कारण हुआ हादसा
बुलंदशहर एसएसपी संतोष कुमार सिंह ने सफाई देते हुए कहा कि बुलेट सवार युवकों की हरकत के कारण हादसा हुआ है। पूरी जांच करने के बाद पता चला है कि छेड़छाड़ या फिर स्टंट की घटना नहीं हुई है। बुलेट सवार युवकों की तलाश जारी है। उनसे पूछताछ के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। प्रकरण में हादसे के बाद छात्रा के मामा ने तहरीर पुलिस को दी थी, लेकिन तहरीर पर मुकदमा दर्ज इसलिए नहीं किया गया, क्योंकि आरोप लग जाते कि मामा को दबाव में लेकर तहरीर ले ली है। अब पिता की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है।
पांच संदिग्धों से एसआइटी कर रही पूछताछ
27 बूलेट को पड़कर एसआइटी ने पूछताछ जारी कर दी थी। इनमें से पांच को संदिग्ध मानकर एसआइटी पूछताछ कर रही है। बाकी सभी को नाम, पता लेकर घर भेज दिया गया है। पुलिस ने बताया कि बाकी छोड़े गए बुलेट मालिकों को कभी भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है। हालाकि अभी तक एसआइटी के हाथ कोई सुराग नहीं लगा है।